बिहार प्रदेश जदयू मुख्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह की अध्यक्षता एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह की उपस्थिति में पार्टी की राज्य कार्यकारिणी एवं राज्यपरिषद की पहले दिन की बैठक संपन्न हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोग समाजवादी सोच के लोग हैं। गांधी, जेपी, लोहिया, अंबेडकर और कर्पूरी को मानने वाले लोग हैं। हमलोगों की राजनीति सेवा के लिए है, स्वार्थ के लिए नहीं। इस बार तो मैंने सबके कहने पर और दबाव देने पर मुख्यमंत्री का पद स्वीकार किया।
जनता की सेवा ही हमारा एकमात्र लक्ष्य है। हमें जिन्होंने वोट दिया और जिन्होंने नहीं दिया, सबके लिए एक समान काम करना है। उन्होंने सभी पराजित उम्मीदवारों से कहा कि चुनाव परिणाम को भूलकर पूरी मजबूती के साथ काम में लग जाइए। अपने क्षेत्र की सेवा उसी तरह कीजिए जैसे आप चुनाव जीतकर करते।
उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार पूरे पांच साल चलेगी। समाज के हर तबके के बीच जाइए और हर तबके के उत्थान के लिए काम करिए। आप देखिएगा कि आने वाले समय में हमलोग पहले से अधिक मजबूत होकर उभरेंगे। श्री कुमार ने कहा कि आजकल लोग सोशल मीडिया का उपयोग दुष्प्रचार के लिए करते हैं।
तरह-तरह का भ्रम फैलाते हैं। आप उसका उपयोग लोगों के बीच अपनी पॉजिटिव बातों को रखने में करिए। लोगों को, खासकर नई पीढ़ी को सजग करके सही रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करिए। उन्होंने कहा कि जो कुछ पाने की लालसा से इस पार्टी में हैं, ये पार्टी उनलोगों के लिए नहीं है।
जो नि:स्वार्थ भाव से काम करते हैं और दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, उन्हें जरूर आगे बढ़ाया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव में परिणाम बेशक संतोषजनक नहीं रहा, लेकिन सच यह है कि इस चुनाव में हमारे नेता श्री नीतीश कुमार की साख और उनकी विश्वसनीयता की जीत हुई है।
हमारी पार्टी में संगठन का जैसा काम हुआ वैसा किसी पार्टी में नहीं हुआ, हमारे कार्यकर्ताओं ने गठबंधन धर्म पूरी ईमानदारी से निभाया, कोरोना काल में जैसा काम हमारी सरकार ने किया वैसा देश में कहीं नहीं हुआ लेकिन कोराना के कारण लोगों के बीच पहले की तरह पहुंचना संभव नहीं हो पाया।
इस कारण कुछ लोग हमारे मतदाताओं को गुमराह करने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि जैसे हमारे नेता दिन-रात काम में लगे रहते हैं, वैसे ही हमें प्रो-एक्टिव होकर काम करना है। हमें ये हरगिज नहीं सोचना है कि हम सत्ताधारी हैं, इसलिए हमारा क्लास अलग है। कोई ईगो हमें नहीं पालना है।
जदयू पहले भी नंबर वन पार्टी थी, आज भी है और आगे भी नंबर वन ही रहेगी। प्रदेश अध्यक्ष श्री बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि हमलोग धोखा खा तो सकते हैं, लेकिन धोखा दे नहीं सकते। ये हमारा चरित्र नहीं। हममें फिर से खड़ा होने की ताकत बची हुई है।
अगर कहीं कोई कमी है तो उसे दूर करने में हमें पूरे संकल्प के साथ जुटना है। हमारे पास कार्यक्रमों की फेहरिस्त है, नीति है, नीयत है, नीतीश कुमार जैसा चेहरा है, बस जरूरत है तो जुबान चलाने की। हमें हरगिज नहीं भूलना चाहिए कि तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमलोग शक्ति के रूप में उभरे हैं।
हमारे नेता के समान न तो किसी में कार्य करने की क्षमता है, न ही उनका कोई विकल्प है। इस बैठक में प्रदेश पदाधिकारी, क्षेत्रीय प्रभारी, प्रकोष्ठों के अध्यक्ष, प्रदेश प्रवक्ता एवं चुनाव में पराजित उम्मीदवार शामिल हुए।
बैठक का संचालन पूर्व विधानपार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी ने किया, जबकि लोकसभा में दल के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, वरिष्ठ मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव संजय झा, राष्ट्रीय सचिव विद्यासागर निषाद, पूर्व विधानपार्षद प्रो. रामवचन राय, पूर्व सांसद श्रीमती अश्वमेघ देवी, पूर्व मंत्री डॉ. रंजू गीता, लक्ष्मेश्वर राय, शैलेश कुमार, संतोष निराला, जयकुमार सिंह, कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, कोषाध्यक्ष ललन कुमार सर्राफ, प्रदेश महासचिव डॉ. नवीन कुमार आर्य, अनिल कुमार, परमहंस कुमार, चंदन कुमार सिंह, कामाख्या नारायण सिंह, मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप, प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार, क्षेत्रीय प्रभारी डॉ. विपिन कुमार यादव, अरुण कुशवाहा, अशोक कुमार बादल, पंचम श्रीवास्तव, आसिफ कमाल एवं रामगुलाम राम आदि उपस्थित रहे।