केंद्रीय मंत्री और लोजपा संस्थापक रामविलास पासवान के निधन पर एनडीए समर्थक हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने सवाल खड़े किए हैं। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर न्यायिक जांच की मांग की है। हम की इस मांग पर लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान राजनीति करने का आरोप लगाया है।
हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने चिट्ठी में लिखा है कि देश के बड़े नेता और आपके मंत्रिमंडल के सदस्य रहे रामविलास पासवान जी कुछ दिन पूर्व हमलोगों को छोड़कर स्वर्ग सिधार गये, उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। आज भी हम जैसे उनके प्रशंसक उन्हें याद कर दुखी हो जाते हैं। परंतु पूरे देश के दुख से अलग लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान उनके अंतिम संस्कार के दूसरे दिन ही एक शूटिंग के दौरान न केवल हंसते मुस्कराते दिखाई दिये, बल्कि कट-टू-कट शूटिंग की भी बात करते रहे। इससे स्व राम विलास पासवान जी के प्रशंसकों एवं परिजनों के बीच कई तरह के सवाल उठने लगे हैं।
चिट्ठी में लिखा है कि महोदय राम विलास पासवान के निधन से जुड़े कई ऐसे सवाल हैं जो अपने आप में चिराग पासवान को कटघड़े में खड़े करता है। किसी केंद्रीय मंत्री के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान आखिर किसके कहने पर अस्पताल प्रशासन ने स्व रामविालास पासवान जी का मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं किया?
हम की इस चिठ्ठी पर चिराग पासवान ने मांझी जी जिस तरह से अब मेरे पिता के बारे में बात कर रहे हैं, जब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब उन्होंने उनके बारे में इतनी चिंता क्यों नहीं दिखाई? हर कोई अब एक मृत व्यक्ति पर राजनीति कर रहा है, जब वह जीवित था तो किसी ने उनसे मिलने की जहमत क्यों नहीं उठाई?
उन्होंने कहा, जो लोग उनके बेटे के बारे में ऐसी बातें कर रहे हैं उन्हें खुद पर शर्म आनी चाहिए। मैंने मांझी जी को फोन पर मेरे पिता की गंभीर स्थिति के बारे में बताया है, फिर भी वे मेरे बीमार पिता को देखने नहीं आए।