पटना :लोजपा (सेक्यूलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. सत्यानन्द शर्मा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इनके द्वारा बनाये गये मानव श्रृंखला एक जूटता का प्रमाण नहीं है बल्कि सरकारी संसाधन और सत्ता के दुरूपयोग से रचित मानव श्रृंखला तैयार हुआ था। इस मानव श्रृंखला से राज्य और देश को कुछ भी मिलने वाला नहीं है। न ही समाजिक कुरीतियां समाप्त होगी न तो पर्यावरण संरक्षण होगा और न तो जल जीवन हरियाली के पक्ष में कुछ लाभ होगा।राज्य और देश के लोगों को याद है कि शराबबंदी के सवाल पर राज्य भर में ऐसा ही विशाल मानव श्रृंखला बना था लेकिन आज हालात क्या है पूरे राज्य भर में रोज अवैध शराब पकड़े जा रहे है। शराब का धंधा चरम पर है। अब घर-घर शराब पहुंचाया जा रहा है जिसे (होम डिलीवरी) कहा जाता है।
कल जो मानव श्रृंखला बना जिसकी लम्बाई 1834 किलो मीटर बताया जा रहा है और 5 करोड़ लोगों को भाग लेने की बात कही जो रही है यदि नीतीश कुमार सचमुच में पर्यावरण संकट, प्रकृतिक विपदाओं से निपटने के लिए जल जीवन हरियाली के अभियान का शुरूआत करते और मानव श्रृंखला में शामिल सभी लोगों से एक-एक पौधा लगवा देते तो राज्य में 5 करोड़ पौधा लग जाता जो विश्व का इतिहास रचता। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम अमर हो जाता। राज्य के 1834 किलो मीटर का क्षेत्रफल हरा भरा हो जाता जिससे प्रकृतिक संतुलन बनता और जीव प्राणियों की रक्षा होती लेकिन एैसा नहीं करके अपनी सस्ती लोकप्रियता और एन. डी. ए. के शक्ति परिक्षण को दर्शा रहे हैं।