बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने कहा है कि यदि विदेशों से आए लोगों का एयरपोर्ट पर सैंपल लेने के बाद राजधानी में ही आइसाेलेट कर दिया जाता तो यह यह नौबत नहीं आती और बिहार में पॉजिटिव केस के मामलों में संभव है कि बढ़ोतरी दर्ज नहीं की जाती।
उन्होंने कहा कि पटना एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग करने के लिए डॉक्टरों की टीम 3 मार्च से तैनात थी पर 15 मार्च तक केवल 27 लोगो की ही स्कैनिंग की जा सकी। कोरोना ने जब देश में तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया तब बिहार सरकार द्वारा मुख्य सचिव की अध्यक्षता मे गठित क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की नींद खुली और 15 मार्च को प्रशासनिक और स्वास्थ्य की टीम एयरपोर्ट से लेकर एयरलाइंस अधिकारियों के साथ बैठक कर फैसला लिया कि 16 मार्च से जो भी लोग विदेश से पटना आएंगे उन सबों की स्कैनिंग की जाएगी।
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इसके साथ ही उन्हें क्वारंटाइन पर रहने को कहा जाएगा. इसी वजह से 16 मार्च से लॉकडाउन लागू होने तक यानी 24 मार्च की रात बारह बजे तक करीब 1100 लोगों की स्कैनिंग हुई, लेकिन किसी का सैंपल नहीं लिया गया। कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की कि इस मामले की जांच कर दोषियों के बिरुद्ध न्यायोचित कार्रवाई करे।