राज्य के कला संस्कृति एवं युवा विभाग 35 वर्षों में भी प्रभारार्न्तगत पुरावशेषों या कलाकॄतियो की सूची नहीं बना सकी है।संग्रहालय निदेशालय के अन्तर्गत राज्य के कई संग्रहालय में कार्यरत कई संग्रहालयाध्यक्ष चालू वित्तीय वर्ष के अन्त तक सेवा निवृत्त होने जा रहे हैं ।ऐसी स्थिति में राज्य के 23 संग्रहालयों के लिए मात्र तीन संग्रहालय अध्यक्ष ही सेवा मे रह जायेगे ।
संग्रहालय अध्यक्षों के यहाँ प्रभार सूची की अनुपलब्धता तथा पुरावशेषों/ कलाकॄतियो की सूची का नहीं होने से प्रभार हस्तानांतरण में इनके हाथ पांव फुलते नजर आ रहे हैं । अब इनका ठिकरा संविदा पर नियुक्त तकनीकी सहायकों के मथ्थे मढ़ना चाह रही है ।लेकिन इस संबंध में भी विभाग का कोई स्पष्ट निर्देश नही है।
जानकारी के अनुसार पटना संग्रहालय के एक संविदा पर कार्यरत तकनीकी सहायक को प्रभार लेने संबंधित पत्र सौंपा जा चूका है । जिनकी संविदा अवधि सेवा निवृत्त होने बाले पदाधिकारी से पहले ही समाप्त होने जा रही हैं ।सूत्रों की मानें तो पूर्व में भी विभाग को संग्रहालय अध्यक्ष की सेवानिवृत्ति के उपरांत प्रभार हस्तानांतरण के लिए काफी जद्दोजहद का सामना करना पङा था और उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद प्रभार का आदान प्रदान हो पाया था ।