पटना : गरीबी, गंदगी एवं भुखमरी के लिए जिम्मेवार राज्य सरकार चिकित्सा के फ्रंट पर बिल्कुल फेल है। ये बातें पूर्व सांसद सह संरक्षक राष्ट्रीय समता पार्टी -सेकुलर के डा. अरुण कुमार ने पटना स्थित शहीद स्मारक के पास मुजफ्फरपुर- पटना पदयात्रा के समापन के अवसर पर नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल है। डा. कुमार के अनुसार बीमारी के बहाने किसानों का क्षेत्रीय उत्पाद कटहल लीची आम को बदनाम किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय समता पार्टी -सेकुलर द्वारा पदयात्रा का शुभारम्भ 2 जुलाई को खुदीराम बोस स्मारक स्थल मुजफ्फरपुर से चमकी बुखार से मृत सैकड़ों बच्चों के याद में बौराई राज सत्ता के खिलाफ शुरू किया जो आज पटना विधानसभा के सामने शहीद स्मारक पर माल्यार्पण, नुक्कड़ सभा तथा राज्यपाल बिहार को स्मार पत्र प्रेषण के साथ समाप्त हुआ।
पूर्व मंत्री सह सांसद श्रीमती रेणु कुशवाहा ने कहा कि मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में सारे कुकर्मो की परिधि पार कर चुके अपराधियों के यहां मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री केक काटते चलते है जबकि बीमारी की जानकारी प्राप्त करने में भी इनलोगों को कठिनाई होती है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व विधान परिषद सदस्य डा. अजय सिंह अलमस्त ने तमाम पदयात्रियों एवं दल के साथियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए पार्टी द्वारा बिहार सरकार के खिलाफ अनवरत संघर्ष चलाने में सहयोग का आह्वान किया।
युवा समता के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋतुराज कुमार ने कहा की कार्यक्रम की सफलता युवाओं के हाथ में है इसलिए संघर्ष के लिए युवाओं को नैतिक रूप से तैयार रहना होगा।
इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा विजय सिंह कुशवाहा, विज्ञानं स्वरुप सिंह, ओम प्रकाश बिन्द, हरेराम पासवान, हुमायु अंसारी, जीतेन्द्र शुक्ला, श्याम किशोर सिंह, गिरेन्द्र सिंह सिकरीवाल, गौतम कपूर चंद्रवंशी, अनिल सिंह, शैलेश सिंह, श्रीनिवास मिश्रा, कर्तव्य कुमार ज्योति, मनीष कुमार ठाकुर, शशि कुमार सिंह, दिनेश साहनी, नीतू सिंह निषाद, प्रह्लाद चौहान, गजेंद्र मांझी, किशुनदेव रविदास, प्रवीण कुमार, अनूप कुमार, राहुल कुमार, अविनाश कुमार, गोविन्द कुमार, मो. मुजम्मिल इमाम, इंद्रदेव कुशवाहा, चितरंजन कुमार चिंटू, अजय मिश्रा नेतुलाह फरीदी, धनमन्ति देवी, संगीता देवी सहित अनेक लोगों ने उदगार व्यक्त किया।
सभा के उपरांत दलिय नेताओं के नेतृत्व में बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन जी से प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात किया तथा स्मार पत्र में लिखित मांगे सौपी, जिसमे मुख्य रूप से चमकी बुखार के मृत बच्चों के परिवार को पच्चीस लाख रुपये मुआवजा, बिहार के सरकारी अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों में बदतर स्थिति में अविलम्ब सुधार, इस बीमारी पर देश के विशेषज्ञों की राय और उसपर अविलम्ब कार्रवाई, सभी मेडिकल कॉलेजों में प्रध्यापकों की बहाली रिक्त पड़े डॉक्टर एवं नर्स एवं अन्य पदों तत्काल नियुक्ति एवं चमकी बुखार के रोकथाम के सरकार की लापरवाही की उच्च न्यायालय की कमिटी द्वारा उच्चस्तरीय जांच शामिल है।