बिहार विधानसभा के बजट सत्र का सोमवार को आगाज हो गया। सत्र की शुरूआत राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के अभिभाषण से हुई। राज्यपाल ने सरकार की उपलब्धियां गिनाई तो भविष्य की योजनाओं का भी उल्लेख किया। दोनो सदनों के सदस्यों को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए राज्यपाल ने किसानों के लिए किए जा रहे कार्यों का उल्लेख किया तो राज्य में कानून व्यवस्था में सुधार के लिए किए जा रहे कार्यों का भी विवरण दिया।
विभाग में 75,543 पदों का सृजन गया
राज्यपाल ने कहा कि राज्य में अपराध नियंत्रण के लिए सरकार की तरफ से व्यापक व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए बड़े पैमाने पर भर्तियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में 10 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को नियुक्ति पत्र बांटे गए हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ित व्यक्ति की सहायता के लिए 112 नंबर चालू किया गया है। 400 समर्पित (डेडीकेटेड) गाड़ियों की शुरूआत की गई है। विभाग में 75,543 पदों का सृजन किया गया है।
भाजपा विधायकों ने ये कहते हुए हंगामा शुरू किया
उन्होंने कहा कि पुलिस भवन निर्माण का काम भी आगे बढ़ाया जा रहा है। राज्य के 44 में से 33 पुलिस के लिए भवन हैं। आठ पुलिस लाइन के भवन निर्माण होंगे। पुलिस अनुसंधान को तकनीकी रूप से अधिक सक्षम बनाने के लिए सरकार ने सभी 12 प्रक्षेत्रों में विधि विज्ञान प्रयोगशाला स्थापित करने का निर्णय लिया है। राज्यपाल ने अभिभाषण के दौरान कहा कि बिहार सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जोरी टॉलरेंस की नीति पर काम रही है। राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार निरंतर काम कर रही है। इस पर भाजपा विधायकों ने ये कहते हुए हंगामा शुरू कर दिया कि स्कूलों में शिक्षक और बिल्डिंग नहीं है।
115 शराब के बड़े अभियुक्त
राज्यपाल ने कहा कि घरों तक नल से जल पहुंचाने की लिए काम किया जा रहा है। घरों में गंगा जल पहुंचाया जा रहा है। गया, नवादा और राजगीर में गंगा जल की सप्लाई चालू है। बिहार में शराबबंदी कानून की चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि इस कानून को सख्ती से लागू किया जा रहा है। राज्य के बाहर से 2651 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए हैं, जिसमे 115 शराब के बड़े अभियुक्त हैं।