पटना, (पंजाब केसरी) : देश के रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के बोझा उठाने वाले भारतीय कुलियों को इस करोना काल में कौई पूछने वाला नहीं पर रोष व्यक्त करते हुये राजद के प्रदेश उपाध्यक्षसह पूर्व सांसद डॉ अनिल कुमार साहनी ने कहा कि जिस प्रकार से 24 मार्च से रेल सेवा लॉकडाउन के कारण पुनर्णरूप से ठप हो जाने के कारण आज लगभग तीन माह से देश के लाखों कुली अपने हाल पर जी रहे है। डॉ साहनी ने कहा कि आज रेल सेवा पुनः बहाल होने पर भी यात्रियों में कोरोना संक्रमित होने के डर से कुलियों का सेवा लेने से परहेज़ कर रहे है तो एैसी प्रस्थिति में भारतीय कुलियों को भूखमरी के शिकार होने के शिवाय दूसरा चारा नहीं है। डॉ साहनी ने कहा कि जिस प्रकार से देश के असंगठित मज़दूरों दिहाड़ी मज़दूरों को सरकार ने सड़क एवं रेल मार्ग पर मरने के लिये छोड़ दिया आज भारतीय कुलियों को भी भूखमरी के शिकार होने के लिये रेलवे एवं केन्द्रीय सरकार छोड़ दिया है क्यों कि इन कुली मज़दूरों को अव तक किसी प्रकार का सहायता राशि नहीं मिला है। डॉ साहनी ने देश प्रधानमंत्री एवं रेल मंत्री से मांग की है कि सभी कुली मज़दूरों को तत्काल प्रभाव से 10-10 हज़ार रूपये सहायता राशि के रूप में दिया जाय ताकि ये भूखमरी के शिकार होने से बचें।