पटना : उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लव कुश टाॅवर स्थित सभागार में आध्यात्मिक सत्संग समिति की ओर से आयोजित एक समारोह में हृदय नारायण झा द्वारा लिखित ‘बच्चों के लिए योग’ पुस्तिका का विमोचन करते हुए कहा कि योग दुनिया को भारत की अनमोल देन हैं। राज्य सरकार ने सप्ताह में एक दिन खेल-कूद के लिए एक घंटी निर्घारित की है जिसमें अन्य खेलों के साथ योग को भी शामिल किया जायेगा। योग को युगानूकुल बना कर आम लोगों के बीच प्रचारित-प्रचारित करने की जरूरत है।
श्री मोदी ने कहा कि दुनिया को शून्य, एस्ट्राॅनोमी, शल्य चिकित्सा, आयुर्वेद और योग भारत की देन है। तक्षशिला दुनिया का पहला विश्वविद्यालय था। आॅक्सफोर्ड विश्विविद्यालय की स्थापना से काफी पहले पांचवीं सदी में ही नालंदा विश्वविद्यालय की ख्याती पूरी दुनिया में थीं। भारत सदियों से ज्ञान की भूमि रही है।
भारतीय अवधारणा के तहत मनुष्य केवल शरीर नहीं बल्कि शरीर के साथ मन, बुद्धि और आत्मा का समन्वित रूप है। नियमित योग करने वाले व्यक्ति के जीवन में बदलाव आना स्वाभाविक है। योग को प्रारंभ में योग्य शिक्षक/प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में ही करना चाहिए।
आध्यात्मिक सत्संग समिति पटना के स्कूलों में ‘बच्चों के लिए योग’ पुस्तिका की एक लाख प्रतियां वितरित करेगी। इस मौके पर आध्यात्मिक सत्संग समिति के संरक्षक डा. चन्द्रभूषण मिश्र, अध्यक्ष गणेश खेतड़ीवाल, भारत विकास परिषद के महासचिव विमल जैन और पुस्तिका के लेखक हृदय नारायण झा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।