पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना-नालंदा जिला के विभिन्न निर्माणाधीन सडक़ों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री पटना से मीठापुर, बस स्टैंड बाईपास, सिपारा ढ़ाला, परसा-पुनपुन होते हुए डुमरी पहुंचे। डुमरी पहुॅचकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ विस्तृत विमर्श किया और नेउरा निकलने वाली रेलवे लाइन के साथ-साथ पटना-गया-डोभी एनएच-83 पर बन रहे फोरलेन एवं बिहटा-सरमेरा रोड की पूरी जानकारी विभागीय अधिकारियों से ली।
डुमरी में बिहटा-दनियावां रोड (एसएच-78) का नक्शा देखने के बाद निर्माणाधीन स्टेट हाइवे-78 का मुख्यमंत्री ने मुआयना किया। मुआयना के क्रम में बिहटा-दनियावां रोड स्थित नीमा गांव के लोगों ने मुख्यमंत्री से सडक़ पार करने के लिए फुट ओवरब्रिज बनाने का आग्रह किया। नीमा ग्रामवासियों को आश्वस्त करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को फुट ओवरब्रिज बनाने का तत्काल निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि खेती करने के लिए या अन्य कामों से लोग सडक़ पार करेंगे इसलिए स्लोप वाला ही ओवरब्रिज बनना चाहिए ताकि आसानी से लोग साइकिल, छोटे-छोटे सामान या खेती से संबंधित आवश्यक चीजों को लेकर लोग फुट ओवरब्रिज से आवागमन कर सकें। नीमा गांव से आगे बढऩे पर निर्माणाधीन बिहटा-दनियावां सडक़ किनारे बसा मसाढ़ी गांव के लोगों ने सडक़ क्रॉस करने के लिए मुख्यमंत्री से अंडर पास बनवाने की मांग की।
मसाढ़ी गांव के लोगों की मांग पर मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव विनय कुमार को अंडर पास बनाने के साथ ही मसाढ़ी गांव के लिंक सडक़ को भी दुरुस्त करने का निर्देश दिया। दनियावां बाजार से पैदल भ्रमण कर मुख्यमंत्री दनियावां रेलवे जंक्शन पहुंचकर दनियावां से नेउरा निकलनेवाले रेलवे लाइन के संबंध में अधिकारियों से पूरी जानकारी ली। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री दनियावां से माधोपुर चांदी होते हुए सालेपुर मोड़ (एसएच-78) तक जाकर सडक़ निर्माण कार्य की वर्तमान वस्तु स्थिति से भलीभांति अवगत हुए।
मुख्यमंत्री दनियावां, चंडी, नूरसराय, सालेपुर, भागन बिगहा, कनी बिगहा, रहुई हेाते हुये बिंद तक पहुॅचे और सडक़ों का विस्तृत निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने लगभग छह घंटों तक सडक़ों का निरीक्षण किया और दर्जनों स्थानों पर स्थल निरीक्षण कर अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने पटना से बिंद तक सडक़ों का विस्तृत निरीक्षण कर जगह-जगह अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने बिहटा-सरमेरा पथ को सम्पूर्ण लंबाई में तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में डुमरी से सरमेरा तक मई माह तक कार्य पूर्ण कर लिया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर से पटना एयरपोर्ट की दूरी सवा घंटे में तय करने के लिये फोरलेन से तेलमर होते हुये सालेपुर, नूरसराय-सिलाव रोड को दस मीटर चौड़ा बनाया जाय और जहां-जहां गॉव हैं, उन सबको बाइपास से जोड़ा जाय ताकि फास्टर मुवमेंट हो सके। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि दनियावां में एनएच- 30ए. पर जो फ्लाई ओवर बन रहा है, उसका कनेक्शन दनियावां-हिलसा-ईस्लामपुर एसएच- 4 से भी दिया जाय ताकि लोगों को आवागमन में सहुलियत हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि एनएच- 31 के फोरलेन चौड़ीकरण में बिहारशरीफ-हरनौत-मोरा तालाब-धमौली में एलिवेटेड सडक़ का निर्माण कराया जाय तथा गिरियक वेना में बाइपास का प्रावधान करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के क्रम में पाया कि एनचएच- 30ए. से जो बाढ़ से हरनौत होते हुये फतुहा तक है, का काम 75 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। इस सडक़ का निर्माण अपने शिड्यूल से तेज चल रहा है। इसमें चार-पांच जगह जमीन की छोटी-मोटी दिक्कत है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी पटना एवं जिलाधिकारी नालंदा को त्वरित समाधान निकालने का निर्देश दिया। एसएच- 78 में चूकि ग्रीन फिल्ड रोड बना है इसलिये पर्याप्त वेहिकुलर अंडर पास का प्रावधान नहीं है, इसके लिये मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि उसका अंकेक्षण कराकर जहां-जहां गांव हैं, वहॉ वेहिकुलर अंडर पास बनाने का निर्देश दिया। निरीक्षण के क्रम में जगह-जगह ग्रामवासियों एवं स्थानीय नेताओं ने मुख्यमंत्री को गुलदस्ता एवं माला भेंटकर उनका अभिनंदन किया।
निरीक्षण के दौरान पर प्रधान सचिव पथ निर्माण अमृत लाल मीणा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, ग्रामीण कार्य सचिव विनय कुमार, परिवहन विभाग के सचिव एवं बिहार राज्य रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक संजय कुमार अग्रवाल, पथ निर्माण विभाग के अभियंतागण, रेलवे तथा एनएचएआई के वरीय अधिकारी, पटना डीआईजी राजेश कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना डीएम कुमार रवि, नालंदा डीएम त्यागराजन एसएन सहित संबंधित विभागों से जुड़े अन्य वरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।