पटना : बिहार में मछली व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए बड़ी खुशी की बात है कि मछलियों से निकलने वाला चोइंटा का भी अब मछली बिक्रेताओं को कीमत मिलेगा। इसके लिए बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ (कॉफ्फेड) ने जापान की कंपनी निजोना के साथ एक समझौता किया है।
समझौते के तहत राज्य में निकलने वाले मछली चोइंटा को जापानी कंपनी खरीद करके जापान ले जाएगी। वहां पर उस चोइंटा से विभिन्न तरह के उत्पाद तैयार किए जाएगे। मालूम हो कि मछली के चोइंटा का जापान में काफी मांग है। इसमें प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ के प्रबंध निदेशक ऋषिकेश कश्यप का कहना है कि एक अनुमान के अनुसार राज्य में 12 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा चोइंटा निकलता है लेकिन उसका कोई उपयोग नहीं है। साथ ही उस चोइंटा के फेकने से शहर में चारों तरफ गंदगी फैलती है। परंतु सहकारी संघ एवं जापानी कंपनी के बीच हुए समझौते के अन्तर्गत 70 रूपयों प्रति किलो के हिसाव से जापानी कंपनी चोइंटा लेगी। इससे फिलहाल राज्य में 1 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा, खासकर उस तबकों को रोजगार से जोड़ेने का मौका मिलेगा जो सबसे उपेक्षित है।
संघ की योजना के अनुसार सबसे पहले राजधानी में बिक रही मछली का चोइंटा संग्रह किया जाएगा। उसके बाद राज्य के अन्य जिले में योजना को लागू की जाएगी। योजना में अधिक से अधिक महिलाओं को जोडऩे की तैयारी की जा रही। इससे राज्य सरकार के महिला सशक्तिकरण योजना को काफी बल मिलेगा। मालूम हो कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राजधानी में चोइंटा संग्रहण का कार्य शुरू हो गया है।
इस अवसर पर मछली की चोइंटा संग्रह और बिक्री में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली सुशीला देवी को सहकारी संघ ने सम्मानित किया ताकि इससे प्रोत्साहित होकर अन्य महिलाएं इस दिशा में आगे बढ़ सके।