बिहार की पटना यूनिवर्सिटी में हुए छात्रसंघ चुनाव के परिणाम सामने आ चुके है। जेडीयू के उम्मीदवार मोहित प्रकाश ने एबीवीपी के अभिनव कुमार को 1211 वोटों के बड़े अंतर से हराकर अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया है। बाकी के तीन पदों पर एबीवीपी को जीत मिली है। पिछले दो साल से अध्यक्ष पद एबीवीपी के पास था।
जेडीयू के मोहित प्रकाश ने अध्यक्ष पद पर कब्जा किया तो वहीं एबीवीपी की अंजना सिंह ने उपाध्यक्ष पद पर विजय हासिल की। एबीवीपी के मणिकांत मणि ने मुख्य सचिव पद पर और राजा रवि ने संयुक्त सचिव पद पर जीत हासिल की। वहीं, एबीवीपी ने प्रशांत किशोर पर धांधली का आरोप लगाया है। एबीवीपी का आरोप है कि प्रशांत किशोर ने धन और बाहुबल के इस्तेमाल से अध्यक्ष पद पर जेडीयू को जीत दिलाई है।
बता दें कि पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के लिए बुधवार को वोट डाले गए थे। पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के लिए 20 हजार से ज्यादा मतदाताओं के लिए 46 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इस चुनाव में सेंट्रल पैनल के पांच पदों के लिए कुल 43 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना था। उल्लेखनीय है कि पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ को लेकर बिहार का सियासी पारा भी चढ़ा हुआ था।
जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर की गाड़ी पर पटना यूनिवर्सिटी के छात्रों ने किया पथराव
इस बार पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में शुरू से ही एबीवीपी और जेडीयू के बीच टक्कर थी। चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी बनाम जदयू उम्मीदवारों के बीच ही था। छात्र जेडीयू से मोहित प्रकाश ने जीत के लिए छात्रों को शुक्रिया कहा है तो वहीं प्रशांत किशोर और सीएम नीतीश के नेतृत्व में काम करने की बात कही है।
मोहित प्रकाश के मुताबिक उन्होंने ये चुनाव प्रशांत किशोर के नेतृत्व में लड़ा था और अपनी इस जीत के लिए मोहित ने संगठन के कार्यकर्ताओं को सारा श्रेय दिया है। मोहित ने कहा कि मेडिकल कार्ड को हर छात्रों तक पहुंचाना, इसके अलावा रिंग बस की सुविधा, कम रेट पर दवाई जैसी सुविधाएं हमारी पहली प्राथमिकता है। मोहित ने कहा कि कुल मिलाकर छात्र हित के लिए काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने छात्रों के लिए अपनी सरकार में काफी कुछ किया है और उनकी अगुवाई जेडीयू यूनिवर्सिटी के छात्रों का मत बेकार नहीं होने देंगे। उनकी उम्मीदों पर हम खरे उतरेंगे। वहीं उपाध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने वाली एबीवीपी की अंजना सिंह के चेहरे पर अपनी जीत के बाद भी अध्यक्ष पद गंवाने का गम साफ नजर आ रहा था।
अंजना सिंह ने आरोप लगाया कि छात्रसंघ चुनाव को बाहर से आये बड़े राजनीतिक लोगों ने धन-बल और बाहुबल से प्रभावित किया है। अंजना सिंह ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष मोहित प्रकाश की जीत पर संदेह जाहिर किया और इस फैसले के खिलाफ कोर्ट जाने की बात कही।