बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) को आज अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह (RP Singh) को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के बाद से ही जेडीयू की कमान किसी और को सौंपे जाने की चर्चाएं शुरू हो गई थीं। लेकिन अब देखने वाली बात होगी कि नीतीश कुमार किसे पार्टी की कमान सौंपते हैं।
दिल्ली में आज जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है। जंतर-मंतर स्थित पार्टी कार्यालय में शाम 4 बजे होने वाली इस मीटिंग में सीएम नीतीश कुमार भी शामिल होंगे। इसके पहले आज ही 11 बजे जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के साथ राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक होगी।
इस बैठक के बाद दोपहर बाद तीन बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जेडीयू के सांसद मिलेंगे फिर नेशनल एग्जिक्यूटिव की मीटिंग होगी। जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का भी फैसला हो जाएगा। सम्भावना है कि पार्टी में कई बड़े फेरबदल भी हो सकते हैं।
अध्यक्ष पद की रेस में उपेंद्र कुशवाहा और ललन सिंह
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में दो नाम सबसे चर्चित है। आरसीपी सिंह अगर अपने पद से हटते हैं तो उपेंद्र कुशवाहा को इस पद से नवाजा जा सकता है। उन्होंने अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का जेडीयू में विलय किया था। वहीं बिहार के मुंगेर संसदीय सीट से सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह भी इस रेस में आगे है।
ललन सिंह को नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है। 24 जनवरी, 1955 को उनका जन्म हुआ है। भूमिहार जाति से आने वाले ललन सिंह जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। साल 2014 में लोकसभा चुनाव में हार के बाद उन्हें राज्यपाल कोटा से बिहार विधान परिषद भेजा गया था। वहीं, जीतन राम मांझी के कैबिनेट में सड़क निर्माण विभाग का जिम्मा सौंपा गया था।
हालांकि, ललन सिंह के मंत्री बनाए जाने की वजह से जेडीयू में बगावत हो गई थी और 12 विधायकों के साथ ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू बीजेपी में चले गए थे। जिसके 2015 के फरवरी में उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। हालांकि, 2015 में दोबारा महागठबंधन सरकार बनने के बाद उन्हें नीतीश कैबनेट में जगह मिली थी।