बिहार विधानसभा चुनाव के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए है। इस बीच सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने भी गुरुवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया। पटना में जदयू कार्यालय में हुए एक कार्यक्रम में जेडीयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण, जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी और जेडीयू नेता अजय आलोक ने घोषणापत्र जारी किया।
पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में ‘पूरे होते वादे, अब हैं नए इरादे’ नारा दिया है। इसके साथ ही घोषणा पत्र में 7 निश्चय किए गए है।घोषणा पत्र जारी करते हुए जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि हमारा संकल्प है, युवा शक्ति-बिहार की प्रगति, आर्थिक हल-युवाओं को बल, आरक्षित रोजगार-महिलाओं को अधिकार और सशक्त महिला-सक्षम महिला।
5 सूत्र, 1 लक्ष्य, 11 संकल्प, BJP ने घोषणा पत्र में किया कोरोना वैक्सीन के मुफ्त टीकाकरण का वादा
उन्होंने कहा कि हमने जो वादा किया है, उसे पूरा किया है। इस घोषणा पत्र के भी हर वादे को हम पूरा करेंगे। सात निश्चय-2 को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। इस दौरान आरजेडी पर निशाना साधते हुए वशिष्ठ नारायण ने कहा कि महागठबंधन 10 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा कर रही है, लेकिन हकीकत ये है कि उनमें से कई वेकैंसी पर नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। अगर वाकई 10 लाख नौकरी देने की बात है तो वेतनमद में 58 हजार करोड़ रुपया कहां से आएगा।
उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं सेविकाओं के वेतन को दोगुना करने में 48 सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे। जीविका की दीदियों को स्थायी नौकरी देने की बात की जा रही है। जिसपर बेहिसाब खर्च होगा जिसे पूरा करना संभव नहीं। उन्होंने बिहारवासियों से झूठी घोषणाओं से बचने का आग्रह भी किया।