लालू यादव के फोन कॉल के कथित ऑडियो ने बिहार झारखंड की सियासत में भूचाल ला दिया है। प्रशासन में खासी हलचल आ गई है। विधायकों को लालू प्रसाद के द्वारा कॉल करना पार्टी पर भारी पड़ रहा है। झारखंड जेल आईजी वीरेंद्र भूषण ने इस मामले की जांच का आदेश दे दिया है।
जेल आईजी ने एक पत्र लिख कर रांची डीसी और एसएसपी के साथ ही रांची जेल के अधीक्षक को कहा है कि जो ऑडियो मीडिया में चल रहा है उसकी जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाए। बुधवार को जेल आईजी वीरेंद्र भूषण ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है।
उन्होंने रांची डीसी और एसएसपी इसके जांच का निर्देश दिया। पत्र में सुरक्षा में तैनात जवानों को भी कहा गया है कि वे बिनाअनुमति के किसी को भी लालू से मिलने नहीं दें। लालू ने जिस फोन का इस्तेमाल किया था वह इरफान अंसारी के नाम से रजिस्टर्ड है।
इरफान लालू का सेवक भी है और पार्टी का महासचिव भी। ये 24 घंटे लालू के साथ साए की तरह रहता था। ऑडियो वायरल होने के बाद से इरफान फरार है। उसका मोबाइल भी बंद है। बिहार में विधान सभा स्पीकर का चुनाव होना है। चुनाव से ठीक पहले एक ऑडियो वायरल हुआ जिसमें आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव जेल से विधायकों को अपने साथ आने के लिए कह रहे हैं।
ऑडियो में यह दावा किया जा रहा है कि भाजपा के पीरपैंती सीट से विधायक ललन पासवान को वे कॉल कर रहे हैं। वे ललन को स्पीकर के लिए होने वाली वोटिंग से अनुपस्थित होने को कह रहे हैं। ये अलग बात है कि इस ऑडियो की सत्यता की एनबीटी ने पुष्टि नहीं की है।
ऑडियो में लालू कह रहे हैं कि पासवान जी आप स्पीकर के चुनाव में आरजेडी का साथ दीजीए। जब ललन कहते हैं कि वह पार्टी के साथ हैं तो उनसे कहा जाता है कि आप अनुपस्थित हो जाइए। कह दीजिये कि कोरोना हो गया था। लालू कह रहे हैं कि स्पीकर अपना बन जाने पर सब देख लिया जाएगा।
ये भी दावा किया जा रहा है कि सरकार गिरा देंगे और नई सरकार में उनको मंत्री भी बनाएंगे। दूसरी तरफ जेल आईजी से निर्देश मिलने के बाद रांची के डीसी छवि रंजन ने जेल अधीक्षक से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। डीसी ने एक पत जेल अधीक्षक को लिख कर पूछा है कि क्या यह सच है कि लालू के मामले में जेल मैन्युअल का उल्लंघन हो रहा है। लालू प्रसाद यादव तक मोबाइल कैसे पहुंच गया। उन्होंने इसकी पूरी रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर जमा करने के लिए कहा है।