बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी गरीब जोड़ो यात्रा पर हैं। इस दौरान वह लोगों के बीच जा रहे हैं और उनकी समस्याएं सुन रहे हैं। इसके अलावा जीतनराम मांझी अपनी ही सरकार पर हमलावर भी हैं और नीतीश कुमार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। मांझी बतौर सीएम अपने 9 महीने के कार्यकाल की भी खूब तारीफ कर रहे हैं। अरवल में तो उन्होंने अपने बेटे को सीएम बनाने की मांग कर दी। बिहार के अरवल में मांझी ने कहा कि मंत्री संतोष सुमन मुख्यमंत्री बनने योग्य हैं। HAM संरक्षक मांझी ने कहा-संतोष सुमन पढ़े लिखे व्यक्ति हैं कि, उनके बेटे और बिहार सरकार के मंत्री संतोष सुमन पढ़े लिखे व्यक्ति हैं। नेट कंप्लिट किया है, वे प्रोफ़ेसर हैं। लेकिन अफसोस है कि वह भुईया (दलित) जाति से आते हैं।
संतोष सुमन को सीएम बनाने की मांग
जीतनराम मांझी ने कहा- गरीबों और दलितों की बड़ी आबादी है। 90 फीसदी लोग इस वर्ग के हैं, इसलिए वह लोगों से संतोष सुमन को सीएम बनाने की बात कह रहे हैं। वहीं पिता जीतनराम मांझी की मांग पर नीतीश सरकार में मंत्री संतोष सुमन ने कहा कि वह सीएम पद के उम्मीदवार नहीं हैं। लेकिन जनता के प्यार और आशीर्वाद के लिए दोगुनी उर्जा के साथ काम करेंगे।
संतोष सुमन ने शराबबंदी की तारीफ के पुल बांधा
मजेदार बात यह भी है कि पूर्व सीएम जीतनराम मांझी जहां शराबबंदी पर सवाल उठाते हैं इसे गरीबों के खिलाफ बता रहे हैं, वही उनके बेटे संतोष सुमन ने शराबबंदी की तारीफ के पुल बांध दिए, संतोष सुमन ने कहा-शराबबंदी अच्छी चीज यह। इसे लागू रखा जाए। संतोष सुमन ने कहा-शराबबंदी की वजह से गरीब लोग अपने बच्चों को उसी पैसे से पढ़ा लिखा रहे हैं आगे बढ़ा रहे हैं। जिससे उनका सामाजिक और आर्थिक विकास हो रहा है।
शराबबंदी और सख्ती से लागू हो
बिहार सरकार के अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण मंत्री संतोष सुमन ने मांग की कि नीतीश कुमार शराबबंदी को और सख्ती से लागू करवाएं। शराबबंदी के सख्ती से लागू किए जाने पर पर्दे के पीछे से इसके गोरखधंधे में लगे लोग सामने आ जाएंगे। संतोष मांझी ने शराबबंदी पर पिता जीतनराम मांझी के बयान को उनका निजी बयान बता दिया और कहा उनका उन बयानों से कोई वास्ता नहीं है