पटना ,(पंजाब केसरी) : ‘अपने देश और नई पीढ़ी को बचाने के लिए नशा मुक्ति अभियान से खुद जुड़ें और इससे अधिकाधिक लोगों को भी जोड़ें। यह कार्य एक संस्था तक ही सीमित न रहे, बल्कि इसे एक सामाजिक अभियान बनायें और हम सब इसमें सहभागी बनें।’’ -यह बातंे महामहिम राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय एवं प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में रवीन्द्र भवन, पटना में नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत नशा मुक्त बिहार अभियान के शुभारंभ के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति अभियान की सफलता के लिए जन जागरूकता अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के युवाओं, विशेषकर स्कूल एवं कॉलेज के छात्र-छात्राओं में नशे की आदत डालने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। अतः हमें सचेत रहने की जरूरत है। अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें एवं उनका उचित मार्गदर्शन करें। राज्यपाल ने कहा कि बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए ही उन्होंने राज्य के सभी महाविद्यालयों में बायोमेट्रिक उपस्थिति सुनिश्चित करने का निदेश दिया है। इससे पता चल सकेगा कि बच्चे नियमित रूप से अपनी कक्षा में आ रहे हैं। इस अवसर पर उद्योग मंत्री समीर महासेठ, बिहार विधान परिषद् में विरोधी दल के नेता सम्राट चौधरी, विश्व हिन्दू परिषद् के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. आर.एन. सिंह, माउंट आबू केे बी.के. डॉ.बनारसी लाल साह, मुुंबई के बी.के. डॉ. सचिन पराब, राजयोगिनी बी.के. संगीता एवं अन्य लोग उपस्थित थे।