पटना, (पंजाब केसरी) : गरीबों के लिए लगाए राजद द्वारा लालू-तेजस्वी भोजनालय को प्रशासन द्वारा हटवाया जाना बिहार सरकार का गरीब एवं भूखमरी के शिकार हो रहे प्रवासी मजदूर विरोधी मानसिकता का परिचायक है। ये बातें राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व सांसद डॉ अनिल कुमार साहनी ने कही।
डॉ साहनी ने कहा की इस प्रकार के बिहार सरकार के मानवता विरोधी लिये गये अन्याय पूर्ण निर्णय का कड़े शब्दों में हम सब निंदा करते है। राजद नेता ने कहा की जब देश के हर क्षेत्र में प्रवासी मजदूरों के लिये निजी एवं सरकारी स्तर पर मानवता के लिये सडक़ पर आ कर भूखमरी के शिकार हो रहे गरीबों की सहायता के लिये सडक़ों पे आकर गरीबों के सेवा में लगे है तो बिहार सरकार राजद द्वारा लगाये जा रहे लालू-तेजस्वी भोजनालय को नीतीश सरकार द्वारा बन्द क्यों कराया जा रहा ह? डा. साहनी ने कहा कि कैमूर जिले में प्रवासी मजदूरों के लिए राष्ट्रीय जनता दल ने भोजनालय शुरू कराए तो इस पर नया विवाद खड़ा करना बिहार सरकार की व्यवस्था में अव्यवस्था को दर्शाता है।
राजद नेता ने कहा कि बिहार के नीतीश सरकार लॉकडाउन में अपनी नाकामियों को छिपाने के लिये है ही लालू-तेजस्वी भोजनालय को प्रशासन द्वारा बन्द कराया जा रहा जो गरीब दिहाड़ी मजदूरों के हितों में नहीं है।डॉ साहनी ने कहा की नीतीश सरकार का यदी व्यवस्था दूरस्थ रहता तो आज क्वारंटाइन सेंटरो पर मजदूरों द्वरा भोजन एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिये हंगामा नहीं होता।