पटना, (पंजाब केसरी) : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि जिस वर्ष 2020 ने कोरोना संकट पैदा किया, लॉकडाउन में जीने की चुनौती बढ़ाई और चीनी सीमा पर सैन्य गतिरोध पैदा किया, वह कठिन दौर नई वैक्सीन की आहट, रोग प्रतिरोधक क्षमता के प्रति अतिरिक्त जागरूकता, वायुसेना को राफेल विमानों की ताकत, अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार के संकेत, आठ नए एम्स की स्थापना पर कार्यारम्भ, बिहार नई सरकार, दरभंगा में हवाई सेवा की शुरुआत, पांच नये नगर निगम, 103 नई नगर पंचायत के गठन और राज्य में 20 लाख लोगों को रोजगार मिलने की प्रबल आशा के साथ समाप्त हो रहा है। अंत भला, तो सब भला।
बिहार की 12 करोड़ जनता को बीती बातों से सबक लेकर वर्ष 2021 को अत्यंत सफल बनाने की शुभकामनाएं। सुशील मोदी ने कहा कि जिस राजद का लोकसभा में एक भी सदस्य नहीं, वह नीतीश कुमार जैसे गंभीर व्यक्ति को केंद्रीय राजनीति के सपने दिखा कर बिहार में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की बेचैनी जाहिर कर रहा है। राहुल गांधी ने जब अपने देशहित विरोधी बयानों, चीन से छलकती हमदर्दी और विदेश में छुट्टियां मनाने जैसे आचरण से कांग्रेस के साथ-साथ यूपीए को डूबता जहाज बना दिया है, तब उसका कैप्टन बनना कौन चाहेगा?
लालू प्रसाद ने 17वीं विधानसभा के चुनाव में न महागठबंधन की पराजय स्वीकार की, न जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाने का भरोसा दिलाया, बल्कि नये सदन के गठन के समय से ही वे जोड़-तोड़ में जेल से ही लग गए। भाजपा विधायक को तोड़ने की नाकाम कोशिश की गई। उनकी बातचीत का टेप पब्लिक डोमेन में है और अब तक इसे फर्जी साबित नहीं किया गया है। बिहार में एनडीए के सभी दल अटूट हैं, इसलिए अस्थिरता फैलाने में लालू प्रसाद कामयाब नहीं होंगे।