जेल से रिहा होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने सोमवार को कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम के कथित खराब क्रियान्वयन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला।
लालू ने एक ट्वीट में कहा, 1996-97 में जब हम समाजवादियों की देश में जनता दल की सरकार थी, जिसका मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष था, हमने पोलियो टीकाकरण का विश्व रिकॉर्ड बनाया था। उस वक्त आज जैसी सुविधा, जागरूकता भी नहीं थी। फिर भी 07/12/96 को 11.74 करोड़ और 18/01/97 को 12.73 करोड़ शिशुओं को पोलियो का टीका दिया गया था।
लालू ने एक अन्य ट्वीट में कहा, उस दौर में वैक्सीन के प्रति लोगों मे हिचकिचाहट व भ्रांतियां थी, लेकिन संयुक्त मोर्चा सरकार ने दृढ़ निश्चय किया था कि पोलियो को जड़ से खत्म कर आने वाली नस्लों को इससे मुक्ति दिलायेंगे।आज दु:ख होता है तथाकथित विश्वगुरु सरकार अपने नागरिकों को पैसे लेकर भी टीका उपलब्ध नहीं करा पा रही।
लालू ने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री से टीकाकरण पूरी तरह से मुफ्त करने की अपील भी की। उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री जी से आग्रह करता हूं कि इस जानलेवा महामारी में सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत पूरे देशवासियों को नि:शुल्क टीका देने का ऐलान करें। राज्य और केंद्र की कीमत अलग-अलग नहीं होनी चाहिए। ये केंद्र की जिम्मेदारी है कि प्रत्येक नागरिक का समुचित टीकाकरण मुफ्त में हो।
लालू के अलावा उनके छोटे बेटे और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कथित ढीली स्वास्थ्य सेवाओं के कारण हमला बोला है।
उन्होंने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, पिछले 3 दिनों से एक खेल हो रहा है। एक हजार केस घट रहे हैं। एक हजार जांच बढ़ रही है। ये गंदा खेल बिहार समझ रहा है। मैं चुनौती देता हूं कि किसी एक दिन के कुल जांच के वास्तविक प्रतिवेदित नए मरीजों की संख्या बताएं। मेरा दावा है कि पेश किए जा रहे आंकड़ों की संख्या दोगुनी से अधिक होगी।
इधर, भाजपा ने भी लालू प्रसाद के बयान पर पलटवार किया है। बिहार भाजपा के प्रवक्ता मनोज शर्मा ने लालू प्रसाद तथा उनके परिजनों से सवाल पूछा है कि उनके परिवार के कितने लोग कोरोना वैक्सीन ले चुके हैं या कितने लोगों को उन्होंने वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद शायद जेल में अधिक दिनों तक रहने के कारण कई चीजें भूल गए हैं। शर्मा ने उन्हें याद दिलाते हुए कहा कि 1995 में पोलियो मुक्त भारत बनाने के लिए टीकाकरण अभियान की शुरूआत हुई थी और 17 वर्षो के अथक परिश्रम के बाद 2012 में देश पोलियो मुक्त है। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने भारत को 2014 में पोलियो मुक्त घोषित किया।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद शायद भूल रहे हैं, इस कारण वो दो वर्ष में ही देश को पोलियोमुक्त करने का दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शायद जेल से निकलने के बाद एकबार फिर भ्रम की राजनीति प्रारंभ कर दी है, लेकिन उन्हें अब इसका पता होना चाहिए कि अब वह दौर चला गया।
भाजपा नेता ने कहा, “दो पिछले वर्ष देष में कोरोना ने दस्तक दी और एक साल के अंदर राजग की सरकार में वैज्ञानिकों ने अपने अथक परिश्रम कर कोरोना वैक्सीन का टीका उपलब्ध करवा दिया। इस टीका के लिए राजद सहित तमाम विपक्षी दलों ने कई भ्रांतियां फैलाने की कोशिश की, लेकिन जनता आप सभी को पहचान चुकी है।”