बिहार के ‘लैंड फॉर जॉब’ घोटाला मामले में सीबीआई ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू ने पटना के 12 लोगों को ग्रुप डी में चुपके से नौकरी दी और उनसे अपने परिवार के लोगों के नाम पटना में जमीनें लिखवा लीं।
सीबीआई की चार्जशीट पर जेडीयू नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है। तेजस्वी ने पिता समेत 16 लोगों के खिलाफ दाखिल चार्जशीट पर भड़कते हुए कहा कहा कि BJP को पता है कि वे महागठबंधन के आगे नहीं टिकेंगे इसलिए इनको आगे करते हैं। इसके बाद ED भी आएगी, जांच कर चार्जशीट करेगी। जब तक संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग होगा तब तक ऐसा ही होगा।
घोटाले का पर्दाफाश करने वाली JDU कर रही है लालू का समर्थन : BJP
चार्जशीट पर बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जेडीयू के मौजूदा अध्यक्ष ललन सिंह और शिवानंद तिवारी ने जमीन के बदले जमीन घोटाले का पर्दाफाश किया था। जब सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की, तब (जेडीयू ) ने कागज उपलब्ध कराए और सीबीआई पर कार्रवाई करने का दबाव बनाया। अब जब कार्रवाई की जा रही है तो जेडीयू लालू यादव को समर्थन दिखा रही है।
CBI की चार्जशीट में 16 आरोपियों के नाम शामिल
सीबीआई की चार्जशीट में पूर्व रेल मंत्री लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और अन्य सहित कुल 16 आरोपियों के नाम शामिल हैं। चार्जशीट में CBI ने कहा कि रेलवे अधिकारियों द्वारा जमीन के बदले में उम्मीदवारों को अनुचित तरीके से जल्दबाजी में नौकरी दी गई। सीबीआई का दावा है कि लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के नाम प्लॉट्स की रजिस्ट्री कराई गई और जमीन की मामूली कीमत नकद में चुकाई।