मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरदार पटेल भवन स्थित पुलिस मुख्यालय एवं आपदा प्रबंधन कार्यालय भवन का निरीक्षण किया। पुलिस मुख्यालय में मुख्यमंत्री के समक्ष एडीजी-सह-निदेशक बिहार पुलिस अकादमी, राजगीर भृगु श्रीनिवासन ने बिहार पुलिस अकादमी, राजगीर पर आधारित एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि बिहार पुलिस अकादमी, राजगीर का उद्घाटन मुख्यमंत्री द्वारा दिसंबर, 2018 में किया गया था।
अब तक बिहार पुलिस अकादमी में 150 पुलिस उपाधीक्षक, 2000 पुलिस अवर निरीक्षक, 300 उत्पाद निरीक्षक ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि कोविड काल में अकादमी द्वारा ऑनलाइन ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई थी। मई, 2020 से अब तक 24 पुलिस उपाधीक्षक एवं 1600 पुलिस अवर निरीक्षकों को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जा रही है। निदेशक, बिहार पुलिस अकादमी सह अपर पुलिस महानिदेशक द्वारा अकादमी में दिये जा रहे प्रशिक्षण के साथ-साथ अकादमी में उपलब्ध आधारभूत संरचनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण आलोक राज ने बताया कि भूमि सुधार एवं भूमि विवादों से संबंधित विवादों को निपटाने हेतु पुलिस पदाधिकारियों को जनवरी, 2021 में अनुग्रह नारायण सिंह समाज अध्ययन संस्थान, पटना में प्रशिक्षण दिया जाएगा। एडीजी, एससीआरबी एंड मॉडर्नाईजेशन एन के आजाद ने पुलिस आधुनिकीकरण के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार पुलिस अकादमी, राजगीर में बने अस्पताल में चिकित्सकों की संख्या बढ़ाएं। प्रशिक्षण की सारी व्यवस्था अकादमी के अंदर ही उपलब्ध हो।
अकादमी परिसर में उपलब्ध प्राकृतिक जल संरचनाओं को अच्छी तरह से विकसित करें। अकादमी को गंगा नदी का पानी भी उपलब्ध कराया जाएगा। यहां बनाए जा रहे फॉरेंसिक लैब को जल्द ही पूरी तरह से फंक्शनल करें। फॉरेंसिक लैब में टेªनिंग के साथ पुलिस अनुसंधान के लिये जॉच की भी व्यवस्था हो। बिहार में ही पुलिस के सभी प्रकार के विशिष्ट प्रशिक्षण की व्यवस्था करें। स्पेशलाइज्ड ट्रेनिंग के लिए स्थानों को चिन्हित करें, राज्य सरकार सभी प्रकार के संसाधन उपलब्ध कराएगी। पुलिस आधुनिकीकरण के संबंध में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि पुलिस आधुनिकीकरण के लिये विस्तृत योजना बनायें। केन्द्र सरकार से इस मद में प्राप्त होने वाली राषि के अलावा राज्य सरकार भी अपने मद से अतिरिक्त राषि उपलब्ध करायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी संवेदनशील स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे जल्द से जल्द अधिस्थापित किये जायें ताकि विधि व्यवस्था के संधारण में सहूलियत हो।
बैठक के पष्चात् मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कानून व्यवस्था एवं अपराध नियंत्रण पर पूरी मुस्तैदी के साथ काम किए जा रहे हैं। गृह विभाग एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ इस पर विस्तृत बातचीत हुई है। सरदार पटेल भवन का निर्माण कराया गया है, जिसमें पुलिस मुख्यालय और आपदा प्रबंधन का काम होता है। पहले भी यहां हम कुछ कार्यक्रम के सिलसिले में आए हैं। यहां हर रोज आना संभव नहीं है, हम कोशिश करेंगे कि यहां आते रहें। आज आकर कई विषयों पर हमने चर्चा की है, पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रजेंटेंशन दिया गया।
हम एक बार लॉ एन्ड ऑर्डर पर पूरी बात कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमलोग एक-एक बिंदु पर डिटेल सर्वेक्षण कर रहें हैं और एक-एक चीज को देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधि व्यवस्था की स्थिति और इम्प्रूव होगी, ऐसा हमको भरोसा है। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक एस के सिंघल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण आलोक राज, एडीजी सह निदेशक बिहार पुलिस अकादमी भृगु श्रीनिवासन, एडीजी, एससीआरबी एंड मॉडर्नाईजेशन एन के आजाद, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह सहित अन्य वरीय पदाधिकारी मौजूद थे।