देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच एक बार फिर कोविड टेस्टिंग पर ज़ोर दिया जाने लगा है। बिहार में प्रतिदिन कोरोना टेस्टिंग की संख्या को एक बार फिर से बढ़ाकर 1 लाख से 1.25 लाख के बीच में किया गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मंगलवार को ये जानकारी देते हुए दावा किया कि बिहार सर्वाधिक जांच करने वालों राज्यों में से एक है।
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में टीकाकरण का कार्य हो रहा है। उन्होंने बताया कि खास मौकों पर विशेष अभियान चलाकर सात से आठ लाख टीके दिए जाते हैं। कोरोना रोकने के सारे प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा।
बीजेपी कार्यालय में आयोजित सहयोग कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने आज के दिन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समापन समारोह में शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि विगत 3 सप्ताह से बिहार में कोरोना के आंकड़े बढ़े हैं।
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स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करें, बहुत भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें और जो टीका का दूसरा डोज नहीं लिए हैं वह ले लें। उन्होंने बताया कि उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है वे लोग शताब्दी समारोह कार्यक्रम में भाग नहीं ले सकेंगे।
पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम 1952 से चल रहा है। उन्होंने माना कि आधारभूत संरचना के अनुसार जनसंख्या होनी चाहिए, अधिक जनसंख्या बढ़ेगी तो समस्या तो होगी ही। इसके लिए लोगों को जागरूक करना सबसे आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी प्रकार की गंभीर बीमारियों का इलाज हो रहा है।