बिहार में इन दिनों NIA की टीम आतंकी कनेक्शन की जांच कर रही हैं। इसकी सीवान में जांच चल रही हैं। इस मामले में सीवान के पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार सिन्हा ने विभिन्न थानों को एक पत्र लिखकर चार लोगों के नाम से जुड़े मामलों और युवकों की जानकारी मांगी है। जम्मू कश्मीर के इलाके में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने में इनके नाम सामने आए हैं। बताया जाता है कि सभी जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-मुस्तफा के लिए काम किया करते थे।
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गृह मंत्रालय ने पांच दिनों के अंदर इन सभी युवकों के बारे में जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। उल्लेखनीय है कि एनआईए की जम्मू-कश्मीर इकाई ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के एक आतंकवादी संगठन को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करने के मामले में सीवान जेल में बंद एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है।आरोपी याकूब खान सीवान जिले के बसंतपुर गांव का रहने वाला है। जम्मू-कश्मीर से एनआईए की एक टीम शनिवार को सीवान पहुंची और ट्रांजिट रिमांड के लिए सोमवार को एनआईए अदालत में पेश करने से पहले सीवान में दो दिनों के लिए याकूब से पूछताछ की हैं।
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वही, याकूब खान के नाम का खुलासा उसके एक हैंडलर इरफान उर्फ चुन्नू मियां को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कुछ महीने पहले गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद किया था। एनआईए के अधिकारियों का कहना है कि सीवान के बरहरिया थाना क्षेत्र के भानमौली गांव के रहने वाले इरफान के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से संबंध हैं और उसने अपने गुर्गों को सात 9 एमएम पिस्तौल की आपूर्ति की थी। जांच के दौरान, यह पाया गया कि बिहार में कश्मीर घाटी में उग्रवादियों को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करने वाले लोग हैं।