बिहार के मधुबनी जिले के लौकही थाना क्षेत्र के महादेवा गांव से सोमवार को बरामद संभावित उल्का पिंड का बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना स्थित अपने सरकारी आवास पर अवलोकन किया। अवलोकन के क्रम में देखा गया कि संभावित उल्का पिंड में चुम्बकीय शक्ति है और इसका वजन लगभग 13 किलोग्राम है।
मुख्यमंत्री ने संभावित उल्का पिंड का अध्ययन कराने का निर्देश दिया है। लोगों के अवलोकन के लिए संभावित उल्का पिंड को फिलहाल बिहार संग्रहालय में रखा जाएगा तथा बाद में इसे विज्ञान संग्रहालय में भेज दिया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, मुख्यमंत्री सचिवालय के अपर सचिव चंद्रशेखर सिंह भी उपस्थित थे।
मधुबनी के जिलाधिकारी श्रीसत कपिल अशोक ने बताया कि सोमवार की शाम महादेवा गांव में खेतों में काम कर रहे किसानों के एक समूह ने असामान्य जोरदार आवाज सुनी और जब वे जोरदार आवाज वाली जगह के पास पहुंचे तो उन्होंने उक्त संभावित उल्का पिंड को पांच फुट के एक गड्ढे में पड़ा पाया। संभावित उल्का पिंड गिरने के कारण ही यह गड्ढा हुआ था।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण समझ नहीं पाए कि वह क्या चीज है। इसलिए उन्होंने सरकारी अधिकारियों को इस बाबत सूचित किया। बाद में अधिकारियों ने संभावित उल्का पिंड को अपने कब्जे में ले लिया और उसे जिला कोषागार में रखा था।