मोतिहारी : चुनावी बिगूल बजते ही मोतिहारी लोकसभा क्षेत्र की राजनीति गरमायी। पांच बार से प्रतिनिधित्व कर रहे केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह का मुकाबला इस बार महागठबंधन प्रत्याशी के साथ चुनौतिपूर्ण भरा होगा। मोतिहारी लोकसभा क्षेत्र में कुल वोटरों की संख्या लगभग 12,21,333 है। भाजपा का गढ़ माने जाने वाला इस क्षेत्र में विपक्ष हमेशा सेंधमारी कर चुनाव को अपने पक्ष में करने का प्रयासरत रहा। लेकिन सफलता नहीं पा सका।
इस बार बिहार में बना महागठबंधन मोतिहारी लोकसभा क्षेत्र पर कब्जा करने को लेकर जोड़-तोड़ की राजनीति के साथ ऐसे प्रत्याशी को मैदान में खड़ा करने का काम करेगा जो वर्तमान सांसद को चुनावी पटखनी दे सके। पांच बार से प्रतिनिधित्व कर रहे राधामोहन सिंह को पुन: भाजपा प्रत्याशी बना सकता है। महागठबंधन में सीटों का बंटवारा नहीं होने से असमंजस्य की स्थिति बनी हुई है। मागठबंधन के घटक दलों में मोतिहारी सीट किस दल की झोली में जाती है इस पर निगाहें टिकी है।
सूत्रों के अनुसार बताया जाता है कि इस सीट पर रालोसपा दावेदारी ठोक रही है। लेकिन स्थिति स्पष्ट नहीं है। अगर यह सीट रालोसपा के हाथों मिलती है तो सूत्रों के अनुसार पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता माधव आनंद को प्रत्याशी बनाया जा सकता है। माधव आनंद का युवाओं पर अच्छी पकड़ के साथ साथ क्षेत्र में भी उनकी पहचान है। अब तो यह देखना है कि इस बार लोकसभा का होने वाला चुनाव में ऊंट किस करवट लेगा। यहां की जनता एनडीए गठंबधन के साथ है या फिर महागठबंधन के साथ, यह तो चुनाव के बाद ही पता चल पायेगा।