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सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्रों को सेंटर ऑफ एक्सलेंसबनाये जाने हेतु समझौता पत्र हुआ हस्ताक्षरित

बिहार सरकार ने राज्य के 149 सरकारी स्वामित्व वाले औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) को उन्नत बनाने के लिए वैश्विक इंजीनियरिंग और उत्पाद विकास डिजिटल सेवा कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoA) हस्ताक्षरित किया है।

बिहार सरकार ने राज्य के 149 सरकारी स्वामित्व वाले औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) को उन्नत बनाने के लिए वैश्विक इंजीनियरिंग और उत्पाद विकास डिजिटल सेवा कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoA) हस्ताक्षरित किया है। जिसके तहत दो चरणों  में उच्च सामाजिक प्रभाव वाली परियोजनाओं को लागू करने और सरकार के राष्ट्र-निर्माण के प्रयासों को पूरा करने के लिए विशेष पहल करते हुए उत्कृष्टता केंद्रों (CoE) को शामिल किया गया है। 
ये उत्कृष्टता केंद्र (CoE) उन्नयन के बाद  न केवल छात्रों को वरन भावी नियोक्ताओं के भी उन्नत कौशल आवश्यकताओं को पूरा करेंगे साथ ही ये MSME के लिए प्रौद्योगिकी और औद्योगिक केंद्र के रूप में भी कार्य करेंगे। इस परियोजना के तहत कुल निवेश 4,606 करोड़ रुपये का होगा| 
टाटा टेक्नोलॉजीज 149 सी. ओ. ई. की समग्र सुविधाओं का उन्नयन कर, इस परियोजना को लागू करने के लिए 20 वैश्विक उद्योग भागीदारों के साथ सहयोग करेगी, प्रौद्योगिकी के उन्नत क्षेत्रों लिए अपने विनिर्माण डोमेन सबंधी अनुभव का लाभ उठाते हुए विशेष आईटीआई पाठ्यक्रम विकसित कर प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाएगी| साथ ही आधुनिक उपकरण और नवीनतम सॉफ्टवेयर के साथ सहायता प्रदान कर करेगी|
पहले चरण में, दिसम्बर  2022 तक कुल 60 केंद्रों को CoE में अपग्रेड किया जाएगा। शेष 89 केंद्रों को उन्नत बनाने का कार्य जनवरी 2023 में प्रारंभ किया जायेगा जिसे 31 दिसम्बर 2023 तक इन्हें CoE में तब्दील कर दिया जाएगा। कंपनी अपने उद्योग भागीदारों के साथ 298 प्रशिक्षण कर्मियों को भी तैनात करेगी और उन्नत उपकरणों की सुविधा प्रदान करेगी। टाटा टेक्नोलॉजीज का उद्देश्य भविष्य के उद्योग आवश्यकताओं के अनुसार बुनियादी कार्यबल के कौशल को उन्नत करना और प्रतिभागियों को उद्योगों में प्लेसमेंट के लिए वरीयता प्राप्त करने में मदद करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। जिसके लिए बिहार सरकार द्वारा 28 दिसंबर 2021 को इस प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी दे दी गयी थी।
उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि जिवेश कुमार ने कहा कि आई टी आई का उत्कृष्टता केंद्रों में परिवर्तन राज्य के प्रौद्योगिकी परिदृश्य को बदल देगा और राज्य के युवाओं के लिए बेहतर कौशल और रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। यह बिहार राज्य में उन उद्योग प्रतिष्ठानों के लिए संभावित निवेश के रूप में भी स्थापित होगा, जो उद्योग 4.0 और विनिर्माण के लिए स्मार्ट प्रौद्योगिकियों को अपनाने को इच्छुक हैं। ये सीओई, इलेक्ट्रिक वाहन, रोबोटिक्स, डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग, आईओटी, ऑटोमेशन और आर्टिसनशिप जैसी कुछ नवीनतम तकनीकों को कवर करते हुए 23 नए तकनीक के साथ उन्नत व्यापार पाठ्यक्रमों की सुविधा प्रदान करेंगे। अपग्रेड के बाद, छात्र सभी ट्रेडों में सीओई द्वारा प्रदान किए गए प्रमाणन के अलावा प्रौद्योगिकी/ओईएम प्रदाताओं से कई प्रमाणपत्रों की अपेक्षा रख सकते हैं। जिससे उन्हें बेहतर नियोजन का अवसर प्राप्त होगा| 
टाटा टेक्नोलॉजीज के प्रबंध निदेशक और सीईओ,  वारेन हैरिस ने कहा, इंजीनियरिंग एक बेहतर दुनिया’ का हमारा दृष्टिकोण कौशल-निर्माण और भविष्य के लिए तैयार प्रतिभाओं के विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। हम भविष्य के लिए तैयार पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण मंच विकसित करने के लिए अपनी डिजिटल इंजीनियरिंग विशेषज्ञता और विनिर्माण डोमेन ज्ञान का लाभ उठाने का इरादा रखते हैं, जो उत्कृष्टता केंद्र के छात्रों को नवीनतम तकनीक में अपनी क्षमताओं को विकसित करने और पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने में सहायक होगा| 
टाटा टेक्नोलॉजीज के अध्यक्ष  पवन भगेरिया ने कहा, भारत प्रौद्योगिकी नवाचारों के बीच है, जो विनिर्माण और उद्योग 4.0 के भविष्य को बेहतर स्वरूप दे रहे हैं। नई तकनीकों और समाधानों पर वैश्विक ओईएम के साथ काम करने का हमारा अनुभव और विनिर्माण मूल्य श्रृंखला की समझ हमें एक उद्योग-प्रासंगिक पाठ्यक्रम विकसित करने में सहयोगी होगा, जो छात्रों को ऐसे कौशल से लैस करेगी, जो वर्त्तमान में निर्माण कंपनियों की जरुरत भी है।
उक्त अवसर पर अपर मुख्य सचिव, श्रम संसाधन विभाग, श्रीमति वंदना किनी ने कहा, कि “टाटा टेक्नोलॉजीज का सहयोग हमें सर्वोत्तम संभव प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करने में मदद करेगा। हमारा लक्ष्य बिहार में बिहार के युवाओं को प्रशिक्षित और सशक्त बनाना है ताकि वे बिहार में नए प्रौद्योगिकी समाधानों को खोज सकें और साथ ही कंपनियों से निवेश आकर्षित कर सकें और रोजगार सृजित कर सकें।
उन्नत केंद्र उद्योग 4.0, उत्पाद डिजाइन और विकास, उत्पाद सत्यापन और आभासी विश्लेषण, कारीगरों और हस्तशिल्प के लिए डिजाइन, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग (3 डी प्रिंटिंग), आधुनिक ऑटोमोटिव रखरखाव मरम्मत, बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन प्रशिक्षण, आईओटी से संबंधित जो अत्याधुनिक क्षेत्रों में अपस्किलिंग की सुविधा प्रदान करेंगे और डिजिटल इंस्ट्रुमेंटेशन, एचएमआई के साथ प्रक्रिया नियंत्रण और स्वचालन, पीएलसी स्काडा, उन्नत विनिर्माण और प्रोटोटाइप, वेल्डिंग के साथ औद्योगिक रोबोटिक्स, एआई-आधारित वर्चुअल वेल्डिंग और पेंटिंग, उन्नत नलसाजी, डिजिटल मीटर, कृषि और बागवानी, सभी केंद्र संचार, ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म, आदि के साथ जुड़े रहेंगे।
इस अवसर पर टाटा टेक्नोलॉजीज के 16 उद्योग भागीदारों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

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