राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission for Women) ने मुजफ्फरपुर आश्रयगृह में रह चुकी एक लड़की से चलती कार में कथित रूप से सामूहिक बलात्कार के मामले की जांच के लिए सोमवार को एक समिति गठित की। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा के नेतृत्व वाली समिति 19-20 सितम्बर को बिहार का दौरा करेगी और पीड़िता, पुलिस महानिदेशक और संभवत: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेगी।
शर्मा ने ट्वीट किया, ‘‘बिहार से हमारे सदस्य नियमित दौरे करते हैं और उन्होंने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के मामलों को उठाया है लेकिन चीजों में सुधार होता प्रतीत नहीं हो रहा है। मैं सभी मामलों पर निजी तौर पर बिहार के डीजीपी से और संभव हुआ तो बिहार के मुख्यमंत्री के साथ भी चर्चा करूंगी।’’
उन्होंने कहा,‘‘वह पहले से पीड़िता है, उसकी मदद करने के बजाय उसे इस सब से गुजरना पड़ा। हम उसे वह सभी मदद मुहैया कराएंगे जिसकी उसे जरूरत है या जिसकी वह मांग करेगी। हमें उसकी सुरक्षा भी सुनिश्चित करनी होगी।’’ आयोग ने बिहार के पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी कर मामले को प्राथमिकता देने और जांच को तेजी से पूरा करने को कहा है।
मुजफ्फरपुर आश्रयगृह में रह चुकी लड़की से पिछले सप्ताह पश्चिम चम्पारण के बेतिया शहर में एक चलती कार में कथित रूप से चार व्यक्तियों ने सामूहिक बलात्कार किया। मुजफ्फरपुर आश्रयगृह 2018 में मीडिया की सुर्खियों में आया था जब एक सामाजिक ऑडिट में यह बात सामने आयी थी कि एक एनजीओ द्वारा संचालित सरकारी सहायता प्राप्त आश्रयगृह में 30 से अधिक लड़कियों से कथित तौर पर बलात्कार किया गया।
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पुलिस ने कहा कि लड़की ने बेतिया नगर पुलिस थाने में दर्ज करायी गई अपनी शिकायत में कहा है कि चार लागों ने उसे जबर्दस्ती उस समय अपने वाहन में खींच लिया जब वह क्षेत्र से गुजर रही थी और उससे वाहन में बलात्कार किया। शर्मा ने कहा कि बिहार में अपराध दर में वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा, ‘‘अपराध कानून संशोधन अधिनियम, 2013 के प्रभावी होने के बावजूद बिहार में महिलाओं के खिलाफ अपराध में वृद्धि हो रही है और मैं हालिया दुर्भाग्यपूर्ण घटना के साथ-साथ इसे भी डीजीपी के साथ बातचीत में उठाऊंगी।’’ शर्मा ने कहा, ‘‘हमारे यहां बिहार से एक सदस्य हैं जो राज्य में महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए अथक परिश्रम कर रही हैं। उन्होंने अधिकारियों से कई बार मुलाकात की लेकिन हालात बेहतर होते नहीं दिख रहे हैं।