सीबीआई के अनुसार, आरोपी पंकज कुमार को स्कूल के प्रिंसिपल अहसानुल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम ने गुप्त रूप से कंट्रोल रूम में प्रवेश की अनुमति दी। पंकज ने प्रश्नपत्र वाले ट्रंक के टिका के साथ छेड़छाड़ की, एक प्रश्नपत्र निकाला, उसके सभी पन्नों की तस्वीरें खींचीं, पेपर को वापस रखा और ट्रंक को फिर से सील कर दिया। इसके बाद, उसने इन तस्वीरों को हजारीबाग के राज गेस्ट हाउस में अपने साथी सुरेंद्र कुमार शर्मा को सौंप दिया। चोरी किए गए प्रश्नपत्रों को प्रिंट करके एमबीबीएस के छात्रों के एक समूह को दिया गया, जिन्होंने पेपर हल किया। इनमें करण जैन, कुमार शानू, राहुल आनंद, चंदन सिंह, सुरभि कुमारी, दीपेंद्र शर्मा, रौनक राज, संदीप कुमार और अमित कुमार शामिल थे। हल किए गए प्रश्नपत्रों को राज गेस्ट हाउस में अन्य उम्मीदवारों को वितरित किया गया और फिर स्कैन कर पूर्व निर्धारित स्थानों पर भेजा गया।