बिहार के पूर्णिया जिले में बरामद लाखों रुपये के जाली नोट मामले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी। एनआईए ने इस मामले में अपनी प्राथमिकी दर्ज करने के बाद आज पटना स्थित विशेष अदालत को सौंप दी।
इसके साथ ही मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए अभियुक्त मो. मुमताज को पूर्णिया जेल से लाकर आज पटना स्थित एनआईए के विशेष न्यायाधीश दीपक कुमार की अदालत में पेश किया गया, जहां न्यायालय ने उसकी न्यायिक हिरासत की अवधि 05 फरवरी 2020 तक बढाते हुए उसे पटना के आदर्श केंद्रीय कारागार, बेऊर भेजने का आदेश दिया।
गौरतलब है कि केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क आसूचना निदेशालय के अधिकारियों ने 03 दिसंबर 2019 को पूर्णिया जिले में मधुबनी जिले के हरलाखी थाना क्षेत्र सोथगांव निवासी मो. मुमताज को गिरफ्तार किया था और उसके पास से एक लाख 90 हजार 500 रुपये की फर्जी भारतीय करेंसी बरामद करने का दावा किया था।
मामले में आतंकवादी गतिविधियों का पता चलने पर मामले की जांच एनआईए को सौंपने की अनुशंसा की गई। एनआईए ने पूर्व की प्राथमिकी के आधार पर ही अपनी प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।