बिहार में बाढ़ ने भारी तबाही मचा रखी है, प्रदेश के कई जिले बाढ़ के कारण प्रभावित हुए है। तो दूसरी तरफ, सूबे के मुखयमंत्री नीतीश कुमार लगातार हालात का जायजा ले रहे है और बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों का हाल पूछ रहे है। लेकिन दूसरी ओर, विपक्ष इस पर सवाल उठा रहा है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लगातार निशाने पर ले रहा है। बिहार कांग्रेस ने आज कहा कि राज्य सरकार के तमाम दावों के विपरीत बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को पर्याप्त राहत सामग्रियों का वितरण नहीं किया जा रहा है।
युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ललन कुमार के साथ पार्टी के सिंहेश्वर से विधायक चंद्रहास चौपाल ने मंगलवार को भागलपुर जिले के सुल्तानगंज प्रखंड के तिलकपुर, महेशी तथा किशनपुर के बाढ़ प्रभावित पंचायतों का दौरा कर स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों ने जो स्थिति की जानकारी दी है उससे स्पष्ट तौर पर यह कहा जा सकता है कि सरकार राहत वितरण के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करने में लगी है। पीड़ति परिवारों की स्थिति सरकार के दावे के ठीक उलट है।
दोनों नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गई थी, जो महज तीन से चार दिन के बाद ही बंद कर दिया गया। राज्य सरकार की व्यवस्था पूरी तरह से लचर साबित हुई है। उन्होंने कहा कि मवेशियों के लिए भी चारा की समुचित व्यवस्था अभी तक नहीं की जा सकी है। इस संबंध में अंचलाधिकारी शंभू शरण राय और प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार मुर्मू को तत्काल हरसंभव आवश्यक कदम उठाने से संबंधित एक ज्ञापन भी सौंपा गया।