बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को पटना में आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती समारोह में शामिल होने पहुंच गए। इस कार्यक्रम में भाग लेने की जानकारी सार्वजनिक होते ही नीतीश के एनडीए के साथ नजदीकी को लेकर कयास लगाए जाने लगे।
नीतीश कुमार ने कहा- 'कौन क्या बोलता है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता मुझे'
इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि कौन क्या बोलता है, इससे उन्हें कोई मतलब नहीं है। कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि हमने विपक्षी गठबंधन को एकजुट किया है। बात बहुत आगे बढ़ रही है। कौन क्या बोलता है हमें नहीं पता।
विचार करने के बाद ही कुछ फैसला होगा
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि हम सबके सम्मान के लिए काम कर रहे हैं। आप खुद देख रहे हैं। आगे भी सबको आगे बढ़ने का काम हम लोग करते रहेंगे। इसलिए इंतजार कीजिए और सारी चीजों को देखिए। खुद को पीएम मैटेरियल बनाए जाने के मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देखिए यह सब हम नहीं कहते हैं। हम सबको मना कर चुके हैं कि यह सब काम मत किया कीजिए। हम तो यही कहते रहते हैं कि सब लोग एकजुट होकर बात करेंगे, उसके बाद विचार करेंगे तभी कुछ फैसला होगा।