पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख से एक दिन पहले काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार जदयू ने बुधवार को अपने कोटे की सभी 115 सीटों पर उम्मीदवारों की आधिकारिक सूची जारी कर दी। 10 मौजूदा विधायकों का पत्ता साफ हो गया है।
हाल ही में पार्टी में शामिल पुलिस अधिकारी सुनील कुमार को भोरे सुरक्षित सीट से उम्मीदवार बनाया गया है जबकि गुप्तेश्वर पांडेय का नाम इस सूची में शामिल नहीं है। पार्टी ने 18 नये कार्यकर्ताओं पर इस बार दाव लगाया है।
लालू-राबड़ी के समधी चंद्रिका राय को भी परसा से उम्मीदवार बनाया गया है। राजद छोड़ जदयू में आये फराज फातमी, महेश्वर यादव, दिलीप राय को भी उम्मीदवार बनाया गया है। टिकट कटने वालों में वरिष्ठ मंत्री कपिलदेव कामत भी हैं।
जदयू ने अपने उम्मीदवारों में सामाजिक समीकरण का पूरा ख्याल रखा है। 115 उम्मीदवारों में सबसे अधिक 70 उम्मीदवार पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग से हैं। अतिपिछड़ा वर्ग को 40 टिकट बांटे गए हैं, अनुसूचित जाति को 17, अनुसूचित जनजाति को एक, पिछड़ा वर्ग को 30, मस्लिम को नौ, 16 सवर्ण और महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है।
जदयू की सूची के अनुसार, राजगीर एससी सीट से पुलिस इंस्पेक्टर की नौकरी छोड़ पहली बार विधायक बने रवि ज्योति का टिकट कट गया है। उनकी जगह बुधवार को ही पार्टी में शामिल हरियाणा के राज्यपाल के बेटे कौशल किशोर को राजगीर से उम्मीदवार बनाया गया है।
फराज फातमी की केउटी सीट भाजपा में चले जाने के कारण दरभंगा ग्रामीण से उम्मीदवार बनाया गया है, वहीं कुछ ही दिन पहले रायफल की अवैध गोलियां घर से बरामद होने पर समाज कल्याण मंत्री का पद गंवाने वाली मंजू वर्मा को बेगूसराय जिला के चेरिया बरियारपुर से उम्मीदवार बनाया गया है।
इनके कटे टिकट
मंत्री कपिलदेव कामत, फुलपरास से गुलजार देवी, राजगीर से रवि ज्योति, बेनीपुर से सुनील चौधरी, जीरादेई से रमेश सिंह कुशवाहा, एकमा से मनोरंजन सिंह, वैशाली से राजकिशोर सिंह,सुलतानगंज से सुबोध राय,अमरपुर से जनार्दन मांझी और डुमराव से ददन पहलवान के नाम शामिल हैं।