बिहार के सर्वेसर्वा मतलब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अकसर विपक्षी दलों के निशाने पर रहते हैं। ऐसे में नीतीश ने रविवार को अपने अधिकारियों को एक खास संदेश दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजनीति को सेवा का माध्यम बताया और कहा कि पार्टी पदाधिकारी जनता के बीच जाएं, कहां क्या कमी रह गई है, उसकी सूचना दें ताकि समाधान का प्रयास किया जा सके।
कुमार ने रविवार को यहां जदयू मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक को ऑनलाइन संबोधित किया और विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘कुछ लोग अपनी पब्लिसिटी के लिए हम पर बोलते रहते हैं। उनके पास न तो कोई तथ्य होता है, न किसी बात की जानकारी होती है। राजनीति हमलोगों के लिए सेवा का जरिया है। लोगों की सेवा करना ही हमारा धर्म है।’’
कुमार ने रविवार को यहां जदयू मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक को ऑनलाइन संबोधित किया और विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘कुछ लोग अपनी पब्लिसिटी के लिए हम पर बोलते रहते हैं। उनके पास न तो कोई तथ्य होता है, न किसी बात की जानकारी होती है। राजनीति हमलोगों के लिए सेवा का जरिया है। लोगों की सेवा करना ही हमारा धर्म है।’’
मुख्यमंत्री ने जदयू पदाधिकारियों का आह्वान किया कि वे लोगों के बीच जाएं। कहां क्या कमी रह गई, ये जानने की कोशिश करें और तत्काल उसकी सूचना दें ताकि समाधान का प्रयास किया जा सके। उन्होंने कहा कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम को फिर से शुरू किया गया है ताकि लोगों की परेशानियों से वह अवगत होते रहें।
कुमार ने कहा कि आज सोशल मीडिया एंटी सोशल हो गया है। नई पीढ़ के लोग खास तौर पर इसका ध्यान रखें और नई तकनीक से भी लोगों तक अपनी बात पहुंचाएं। कोरोना के संभावित तीसरे दौर को लेकर उन्होंने कहा कि इसको लेकर सचेत रहें और लोगों को जागरूक करते रहें। उन्होंने कहा कि सबलोग मिलकर काम करेंगे तो केवल अपने राज्य को नहीं, देश को भी बढ़ने का काम करेंगे।
कुमार ने कहा कि आज सोशल मीडिया एंटी सोशल हो गया है। नई पीढ़ के लोग खास तौर पर इसका ध्यान रखें और नई तकनीक से भी लोगों तक अपनी बात पहुंचाएं। कोरोना के संभावित तीसरे दौर को लेकर उन्होंने कहा कि इसको लेकर सचेत रहें और लोगों को जागरूक करते रहें। उन्होंने कहा कि सबलोग मिलकर काम करेंगे तो केवल अपने राज्य को नहीं, देश को भी बढ़ने का काम करेंगे।