पटना: संसद के उच्च सदन में बिहार से राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी का 2 हजार रुपये के नोटों की कमी पर आये बयान पर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि अब तो बड़े मोदी अर्थात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नोटबन्दी योजना को उनके ही सांसद विफल बताने लगे हैं। उन्होंने आगे कहा कि उच्च सदन में सुशील कुमार मोदी द्वारा दिया गया बयान यह बताने को काफी है कि भ्रष्टाचार और आतंकवाद पर चोट की जो बात कहकर नोटबन्दी की गई थी और नए नोटों को बाजार में लाया गया था वो सरकार की मंशा सफल नहीं रही। साथ ही 2 हजार के नोट को छापने की सरकार की नीति फिसड्डी साबित हुई और ये बड़े नोट और ज्यादा भ्रष्टाचार और आतंकवाद को बढ़ावा दिए। आज जितने भी भ्रष्टाचार के खिलाफ छापे पड़ते हैं या आतंकवादी गिरफ्तार होते हैं अधिकांश के पास से 2 हजार के नोट ही बरामद होते हैं। उन्होंने आगे कहा कि एटीएम और बैंकों से 2 हजार के नोट गायब हैं सरकार को यह बताना चाहिए कि आखिर ये नोट कहाँ गए? क्या भ्रष्टाचारियों के सहूलियत के लिए बड़े नोट छापे गए थे?
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा की सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वो 2 हजार के नोट बन्द करने वाली है जो अपने ही सरकार के नुमाइंदे से इसके खिलाफ बयान दिलाकर माहौल बनाने की कोशिश कर रही है या फिर सरकार कांग्रेस के हिदायत को अब जाकर समझ रही है कि बड़े नोट भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं? सरकार को आगे आकर यह स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर बड़े मोदी के नीतियों के खिलाफ उनके ही सांसद छोटे मोदी क्यों खड़े हुए हैं?