एनएसयूआई NSUI (बिहार) के द्वारा बिहार के विश्वविद्यालयों ,कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों में लगातार हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ “शिक्षा-बचाओ, देश-बचाओ” यात्रा की शुरुआत पटनाविश्वविद्यालय से प्रारंभ हुई जो बिहार के सारे विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में जाकर वर्तमान सरकार की छात्र-विरोधी नीतियों को उजागर करने का काम करेगी।
एनएसयूआई का शिक्षा बचाओ, देश बचाओ यात्रा
कार्यक्रम की शुरुआत मगध महिला कॉलेज के गेट पर सैकड़ों लड़कियों की उपस्थिति में सिग्नेचर कम्पैन के साथ की गई जिसका उद्घाटन पहला हस्ताक्षर कर बिहार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष प्रवीण कुशवाहा,एनएसयूआई बिहार के प्रदेश अध्यक्ष चुन्नू सिंह , एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव एवं पटना विश्वविद्यालय प्रभारी आदित्य राज सिल्टू एवं पटना विश्वविद्यालय अध्यक्ष मानसी झा ने किया । तत्पश्चात पटना कॉलेज गेट पर शिक्षा-बचाओ,देश-बचाओ रथ को एनएसयूआई का झंडा दिखाकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने किया जिसमें कांग्रेस विधायक राजेश राम ,मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौर सहित कई एनएसयूआई के पदाधिकारी मौजूद रहे।
मौके पर एआईसीसी सदस्य प्रवीण कुशवाहा ने कहा कि शिक्षा से ही किसी भी देश समाज एवं राज्य का विकास होता है वर्तमान सरकार लगातार शिक्षण संस्थानों को बर्बाद करने में लगी हुई मेरी पूरी शुभकामनाएं एनएसयूआई के साथ है और पूरी उम्मीद है बिहार एनएसयूआई का शिक्षा बचाओ, देश बचाओ यात्रा पूरे बिहार के छात्र-छात्राओं को जागरूक कर वर्तमान सरकार की गलत शिक्षा नीति को वापस लेने को मजबूर करेगी।
यात्रा नई क्रांति लाने का काम करेगी
मौके पर प्रदेश अध्यक्ष चुन्नू सिंह ने कहा कि बिहार एनएसयूआई हर कदम पर केंद्र और राज्य सरकार की छात्र विरोधी नीतियों का विरोध पुरजोर तरीके से करती आई है और यह शिक्षा बचाओ देश बचाओ यात्रा बिहार के छात्रों में नई क्रांति लाने का काम करेगी एवं बिहार के छात्र-छात्राओं के साथ मिलकर हम सभी वर्तमान सरकार को उनकी छात्र-विरोधी नीति को वापस लेने को मजबूर करेंगे। साथ ही पटना विश्वविद्यालय एनएसयूआई प्रभारी आदित्य राज सिल्टू ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय पूरे बिहार के छात्र-छत्राओं का शिक्षा के मुख्य केंद्र है लेकिन दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि जिस विश्वविद्यालय से खुद वर्तमान मुख्यमंत्री सहित कई केंद्रीय मंत्री पढ़कर निकले हो उसमे सभी विषयों में पढ़ाने के लिए नियमित शिक्षक तक नहीं है।
सरकार लड़कियों की आवाज को दबाने का काम कर रही है
वर्तमान केंद्र सरकार ने कोरोना के संकट काल मे जिस समय सारे विश्वविद्यालय और कॉलेज बन्द थे तब बिना किसी छात्रों के चर्चा के गुप्त तरीके से जबरदस्ती नई शिक्षा नीति छात्रों के ऊपर थोपने का काम किए जिससे सारे विश्वविद्यालयों और कॉलेजों की फीस में बेतहासा वृद्धि की गई। पटना विश्वविद्यालय का 1-1 छात्र इस सरकार के छात्र-विरोधी नीतियों को वापस लेने पर मजबूर करेगी। मौके पर पटना विश्वविद्यालय एनएसयूआई अध्यक्ष मानसी झा ने कहा कि वर्तमान सरकार सबसे ज्यादा लड़कियों की आवाज को दबाने का काम कर रही है और सारे बालिका-छात्रावासों की फीस में बेतहासा वृद्धि कर दी गई है। पटना विश्वविद्यालय की सारी छात्राएं एक होकर वर्तमान सरकार की छात्रविरोधी नीति का विरोध कर इस नीति को वापस लेने को मजबूर करेगी।