बिहार में कोरोना के कोहराम से सभी लोग परेशान हैं। इस बीच, राहत वाली बात है कि कोरोना संक्रमण दर में कमी आई है। लेकिन सियासी उठापटक तेज हो गई है। कोरोना काल में लोगों की मदद करने के लिए जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव सबसे ज्यादा सक्रिय नजर आए। पूर्व सांसद पप्पू यादव कोरोना काल में लोगों की मदद के लिए अस्पतालों और लोगों के घरों तक पहुंचे तथा उन्हें ऑक्सीजन, खाना और दवा तक पहुंचाकर मदद दी।
पुलिस ने हालांकि मंगलवार को 32 साल एक पुराने मामले में उनको गिरफ्तार कर लिया है। उधर, राजद नेता तेजस्वी यादव बिहार सरकार की विफलताओं पर लगातार निशाना साध रहे हैं। उनका कहना है कि राज्य के अस्पतालों में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं कम या कहीं-कहीं तो नदारद हैं।
मंगलवार को ट्विट करते हुए उन्होंने लिखा, '' बिहार सरकार हाथ खड़े कर चुकी है। प्रदेश् में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। सरकार विधायकों की विधायक निधि भी छीन चुकी है लेकिन हमारे विधायक अपने निजी कोष से अस्पतालों को बेड और ऑक्सीजन खरीद कर दे रहे हैं। नीतिश सरकार मरते नागरिकों को छोड़कर हेडलाइन मैनेजमेंट में मस्त और व्यस्त है। '' राजद के नेता तेजप्रताप यादव भी पिछले दो दिनों से सक्रिय नजर आए हैं।
राजद के विधायक चंद्रहास चौपाल दावा करते कहते हैं कि राजद के अधिकांष विधायक अपने क्षेत्र में लोगों की मदद में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस कोरोना काल में हिटलरशाही पर उतर आई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव जब सरकार की पोल खोलने सडक पर उतरे तो उन पर प्राथमिकी दर्ज करा दी गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि मधेपुरा के सिंघेश्वरस्थान स्थित जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल और अधीक्षक ने जब सच बोला तो उनका स्थानांतरण कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इस मेडिकल कॉलेज में संसाधन हैं लेकिन चिकित्सक और स्वास्थकर्मी नहीं हैं।
इधर, भाजपा के प्रवक्ता अरविंद सिंह का दावा है कि भाजपा प्रदेश् कार्यालय में कॉल सेंटर बनाया गया है जहां से लोगों की समस्याएं दूर की जा रही हैं। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ता जरूरतमंदों को घर-घर जाकर चावल, दाल और सब्जी तक पहुंचा रहे है। उन्होंने इस क्रम में यह भी कहा कि उनका मकसद लोगों की मदद करना है न कि दिखावा करना है।
कोरोना के इस दौर में लोग जहां ऑक्सीजन को लेकर भटकते नजर आ रहे हैं वहीं दवा के लिए भी परेशान हो रहे हैं। इस दौरान लोगों को अपने जनप्रतिनिधियों को भी खूब याद कर रहे हैं। कई इलाकों में जनप्रतिनिधियों की अनुपस्थिति से भड़क लोगों ने अपने जनप्रतिनिधि के गायब होने के पोस्टर लगा दिए गए हैं। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने जेल से बाहर आते ही अपने विधायकों के साथ वर्चुअल बैठक में क्षेत्र में जाकर लोगों की मदद करने का निर्देश दिया।
महामारी अधिनियम के उल्लंघन को लेकर पप्पू यादव की हुई गिरफ्तारी, न्यायिक हिरासत में भेजे गए
