शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रदर्शन की सूचना को लेकर पुलिस पहले से ही तैयार थी। शिक्षक अभ्यर्थियों के गांधी मैदान के पास जेपी गोलंबर से लेकर डाक बंगला चौराहा पर पहुंचने पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। इसके बाद पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों के हाथापाई की भी सूचना है। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का कहना है कि एक तो शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो रही और अब स्थानीयता की अर्हता को हटा देना अभ्यर्थियों पर अत्याचार है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री ने बिहार के छात्रों को लेकर जो बयान दिया, वह भी सही नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी भी दी की जब तक इस संशोधन को वापस नहीं लिया जाता आंदोलन जारी रहेगा।