जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने आरोप लगाया है कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। हमारी मांग है कि मुख्यमंत्री नीतीश स्वास्थ्य विभाग के नीचे से ऊपर तक सभी कर्मियों को बर्खास्त करें, जिन्होंने बरगलाने का काम किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पप्पू यादव ने कहा कि यहां आने से पहले वह मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल और पटना में दीघा घाट का दौरा करने गए थे। लाश जलाने में भी लोगों को फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। एसकेएमसीएच में तो हालात और भी बदतर है। इलाज तो दूर, न दवाई है न ही सफाई की व्यवस्था।
उन्होंने कहा कि सरकार को एक टास्क फोर्स बनाना चाहिए, जो ये तय करे कि किसको कोविड वार्ड में शिफ्ट करना है और किसे सामान्य वार्ड में। उन्होंने निजी अस्पतालों को कुछ समय के लिए सरकार के अधीन लेने के साथ रिटायर्ड जज और प्रशासनिक पदाधिकारियों को कोविड मैनेजमेंट में लगाने की सलाह की। सरकार से अपील की कि वह मुझे रेमडेसिविर जैसी दवाओं का राइट दे, मैं पटना में हर रोज मुफ्त में 3 हजार जरूरतमंदों तक दवा पहुंचाऊंगा। पप्पू यादव ने बिहार के मुख्य सचिव अरुण कुमार और एंकर रोहित सरदाना के निधन पर गहरा शोक जताया। कहा कि इससे वह बहुत दुखी हैं।