लोजपा के पशुपति कुमार पारस की अगुवाई वाले खेमे ने शनिवार को पार्टी से संबद्ध सभी शाखाओं और प्रदेश ईकाइयों को भंग कर दिया और नयी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की। यह फैसला दिल्ली में चिराग पासवान के नेतृत्व वाले समूह द्वारा रविवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाये जाने के जवाब में आया है।
पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर पारस, सभी चार सांसदों और उनके विश्वासपात्र कुछ पार्टी पदाधिकारियों को भी इसमें शामिल किया गया है। पारस ने एक बयान में कहा कि पार्टी की अन्य सभी शाखाओं को भंग किया जा रहा है। चिराग पासवान ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 90 प्रतिशत से अधिक सदस्य उनके साथ हैं।
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) पर नियंत्रण को लेकर लड़ाई का फैसला निर्वाचन आयोग में होने की संभावना है क्योंकि दोनों खेमे बिहार के लोकप्रिय दलित नेता रामविलास पासवान की विरासत पर दबदबा बनाने के लिए लड़ रहे है। पिछले साल रामविलास पासवान का निधन हो गया था। चिराग, रामविलास पासवान के पुत्र हैं। पारस, रामविलास के छोटे भाई हैं।