लोजपा(रामविलास) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के द्वारा प्रदेश में बढ़ते अपराध, किसानों की समस्या एवं शराबबंदी कानून की विफलता को अस्वीकार किए जाने पर हैरानी प्रकट की है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक राजू तिवारी ने कहा है कि बिहार में बेहिसाव बढ़े आपराधिक घटनाओं से लोग डरे-सहमे हुए हैं। चोरी, डकैती, हत्या एवं बलात्कार की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि होने के बावजूद मुख्यमंत्रीजी का यह कहना कि राष्ट्रीय औसत के हिसाब से बिहार की स्थिति अच्छी है, हैरान करने वाली बात है।
श्री तिवारी ने कहा कि अहंकार में डूबी नीतीश सरकार यह भी मानने को तैयार नहीं है कि प्रदेश में खाद की कालाबाजारी हो या फिर सरकार के स्तर पर किसानों से फसल खरीद का मामला इसे लेकर सरकार की उदासीनता से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष जब इन मामलों की ओर मुख्यमंत्रीजी का ध्यान आकृष्ट कराता हैतो उनका अंदाजपूरी तरह से अलोकतांत्रिक होता है।
लोजपा(रा) के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्रीजी बार-बार शराब के धंधे में लिप्त गिरोहों पर सख्त कार्रवाई की बात करते हैं लेकिन क्या वजह है कि ऐसे गिरोहों एवं माफियाओं के खिलाफ अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। उन्होंने यह भी कहा कि अब तो सुप्रीम कोर्ट ने इस कानून को अव्यावहारिक बतलाते हुए राज्य सरकार से पूछा है कि बिहार के न्यायालयों में खाली पड़े जजों के पद पर नियुक्ति के लिए सरकार ने कोई कार्रवाई क्यूं नहीं की। श्री तिवारी ने कहा कि सरकारी विभागों में बड़े पैमाने पर रिक्तियां हैं और बेरोजगार सड़क पर भटक रहे हैं। लेकिन 19 लाख रोजगार देने का वादा करनेवाले सुशासनबाबू इस बड़े मसले की अनदेखी कर अपने चाटुकारों से खुद को विकासपुरूष कहलवा कर गौरवान्वित हो रहे है। श्री तिवारी ने कहा कि इस अहंकारी सरकार के दमन एवं अन्याय के खिलाफ बिहार की जनता में गहरा आक्रोश है जिसका परिणाम इनलोगों को भुगतना पडे़गा।