बिहार विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण के मतदान वाले क्षेत्रों में रविवार की शाम चुनाव प्रचार थम जाएगा। अंतिम दिन चुनाव प्रचार को लेकर सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। चुनावी मैदान में रविवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी प्रचार के लिए बिहार पहुंचे हुए है।
इस दौरान उन्होंने छपरा और समस्तीपुर चुनावी सभा को संबोधित करने बाद मोतिहारी में अपनी तीसरी रैली को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के युवाओं को बिहार में ही अच्छा और सम्मानजनक रोजगार मिले, ये बहुत जरूरी है।
सवाल ये है कि ये कौन दिला सकता है? वो लोग जिन्होंने बिहार को अंधेरे और अपराध की पहचान दी? वो लोग जिनके लिए रोजगार देना करोड़ों की कमाई का माध्यम है। जंगलराज वालों ने अगर कभी आपकी चिंता की होती तो बिहार विकास की दौड़ में इतना पिछड़ता नहीं।
सच्चाई ये है कि इन्हें न पहले आपकी चिंता थी और न ही आज है। इनकी चिंता कुछ और है। जंगलराज वालों को चिंता है कि अपनी बेनामी संपत्ति कैसे छिपाएं। आप याद करिए, जंगलराज की हालत तो ये थी कि जो उद्योग, जो चीनी मिले, दशकों से चंपारण और बिहार का अहम हिस्सा रही हैं, वो भी बंद हो गई।
अब तो इस चुनाव मे जंगलराज वालों के साथ नक्सलवाद के समर्थक, देश के टुकड़े-टुकड़े करने की चाहत रखने वालों के समर्थक भी शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की अगुवाई में बिहार में एनडीए की सरकार ने तेजी से काम किए। इससे पहले समस्तीपुर की रैली में उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल थे।
सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष सहयोग से बिहार आगे बढ़ रहा है। वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि पहले चरण की वोटिंग ने एनडीए को मजबूत स्थिति में खड़ा कर दिया है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छपरा की रैली में भाषण की शुरुआत भोजपुरी में की थी।
उन्होंने बिना नाम लिए जमकर तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि जो हाल यूपी में डबल-डबल युवराज का हुआ, वही बिहार में होगा और खासकर जंगलराज के युवराज का। इस दौरान उन्होंने छठ पूजा का भी जिक्र किया।