पटना, (पंजाब केसरी) : बिहार विधान परिषद के 9 सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया शुरू होते ही दावेदारो की भीड़ बढऩे लगी है। अभी किसी पार्टी ने नाम की घोषणा नहीं की है जिन विधानसभा कोटे के 9 सीटों पर चुनाव होना है ,उसमे विधायको की संख्या बल के हिसाब से एनडीए के घटक दल जदयू के 3,भाजपा 2, तथा राजद 3 एवं कांग्रेस को एक सीट मिलेगा जिसमे राजद एवं कांग्रेस को फायदा होगा । वही एनडीए गठबंधन को 4सीटों की घटा होंगी। राजद एवं कांग्रेस को उम्मीदवारो के नामों की घोषणा करने मे पसीना छूट रहा है । विशेष सूत्रों के अनुसार राजद बिधानसभा चुनाव को देखते हुए 3 मे से एक यादव 2ओबीसी एवं 3दलित उम्मीदवार बनाने के पक्ष मे है वैसे पहले सीट पर तेजप्रताप यादव, पटना जिला राजद अध्यक्ष देवमुनि सिंह यादव एवं अन्य की नामों की चर्चा चल रही है क्योंकि देवमुनि यादव राजद सुप्रीमो लालू यादव के करीबी ही नहीं जेपी आंदोलन के साथियो मे से एक है इसलिए वे प्रबल दावेदार है वहीं अति पिछड़ा उमीदवारो की सूची मे प्रो रामबली चंदवंशी,पूर्व सांसद डा.अनिल साहनी की प्रबल दावेदारी मानी जा रही है उनमें अन्य नामों की चर्चा चल रही है जिसमे राजपूत समाज से जगतानन्द सिंह, बिस्कोमान के अध्यक्ष विजय सिंह इत्यादि की प्रबल दावेदारी है वहीं पत्रकारिता से जुड़े कुछ नाम भी लिया जा रहा जिससे जयप्रकाश चौधरी का नाम सुर्खियों मे है। श्री चौधरी समाजसेवा के साथ पत्रकारिता मे किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। ये दलित समाज मे कद्दावर पत्रकार एवं नेता के नाम से प्रसिद्ध हंै । वही जदयू एवं भाजपा के खाते मे 3-2जाते दिख रही ये भी एक से दो दिनों मे नामों की घोषणा कर सकते है क्योंकि उनके पास राज्यपाल मनोनीत वाले 12 सीट खाली है इसपर कई समाजसेवी, लेखक, पत्रकार, खेल एवं कला प्रेमी की नजर टिकी हुई है । विधानसभा के चुनाव को देखते हुए नीतीश कुमार जातीय कार्ड खेल कर अपने पक्ष मे कर सकते है।