पटना (पंजाब केसरी ) : अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर बिहार प्रदेश जद(यू.) श्रम एवं तकनीकी प्रकोष्ठ के तत्वावधान में पार्टी कार्यालय, स्थित कर्पूरी सभागार में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए जद(यू.) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि किसी भी समाज, राज्य या राष्ट्र के नवनिर्माण में हमारे परिश्रमी श्रमिक भाइयों का योगदान अतुलनीय है। हम सभी यह जानते हैं कि श्रमिकों के सहयोग और समर्पण के बगैर मजबूत राष्ट्र बनाने का सपना कभी साकार नहीं होगा परन्तु बीतें कुछ वर्षों में केंद्र की सरकार ने अपने नापाक इरादों के तहत श्रम कानून में संसोधन कर देशभर के परिश्रमी श्रमिकों को अपमानित करने का काम किया है और इतना ही नहीं केंद्र सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में मनरेगा के तहत आवंटित होने वाली राशि में 18 फीसदी की कटौती की गई है। इस योजना के तहत मजदूरों को समय से राशि का भुगतान भी नही कि जाती है। मजदूर काम करने के बाद छः-छः महीनों से अधिक समय तक अपना वाजिब भुगतान पाने के लिए इधर-उधर भटकने पर मजबूर हो जाते है। यह दर्शाता है कि मोदी सरकार मजदूर विरोधी नीतियों पर चलकर उन्हें वाजिब हकों से वंचित रखना चाहती है। जनता समझ चुकी है कि प्रधानमंत्री मोदी जी सिर्फ अपने उद्योगपति आकाओं को खुश करना जानते हैं। देश के गरीब, मजदूर और किसान से उनका कोई सरोकार नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आधुनिक बिहार के विश्वकर्मा आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश सरकार ने बिहार के श्रमिकों को सुविधाजनक जीवन प्रदान करने के लिए कुल 27 योजनाओं को संचालन कर रहे हैं जिसका सीधा लाभ बिहार के मजदूरों को हो रहा है और हाल में ही बिहार सरकार ने 2023-24 में न्यूनतम मजदूरी दर को चार फीसदी तक बढ़ाने का भी ऐतिहासिक निर्णय किया है। इससे यह साबित होता है कि हमारे नेता नीतीश कुमार गरीब मजदूरों के सबसे बड़े हिमायती हैं। आज हमारे प्रदेश में ‘लेबर कार्ड’ धारकों को कई तरह की जनकल्याणकारी योजनाओं का उन्हें सीधा लाभ मिल रहा है। बिहार सरकार द्वारा लेबर कार्ड धारकों के बच्चों को 10 हजार से लेकर 25 हजार रुपये तक की स्काॅलरशिप उपलब्ध कराकर उन्हें सशक्त बनाने का काम बड़े पैमाने पर चल रहा है। उन्होंने ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हमारी सरकार धरातल पर काम करने के लिए जानी जाती है लेकिन केंद्र में मौजूदा सरकार के मुखिया आदरणीय मोदी जी प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठकर प्रचारमंत्री का कार्य कर रहे हैं। सरकारी तंत्र सिर्फ मोदी जी की प्रचार प्रसार में व्यस्त हैं, परन्तु उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि देश की जनता के साथ वादाखिलाफी भाजपा को महंगा पड़ेगा। भारत का गरीब-मजदूर वर्ग इनकी नीतियों से त्रस्त हो चुका है और जद(यू.) इनके तानाशाही और दमनकारी जनविरोधी रवैये को बर्दास्त नहीं करेगी। इसीलिए आदरणीय नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व में भाजपा का सूपड़ा साफ करने का निश्चय हम लोगों ने लिया है। गरीब-मजदूर विरोधी नीतियों पर चलने वाली सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है। आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रम एवं तकनीकी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ई. रामचरित्र प्रसाद ने किया और मंच का संचालन श्रम एवं तकनीकी प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष नागमणि कुशवाहा के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के आखिरी में धन्यवाद ज्ञापन मुख्यालय प्रभारी चन्दन कुमार सिंह ने किया।