बिहार में शराबबंदी कानून पूर्ण रूप से विफल है। इसकी नैतिक जिम्मेवारी लेकर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देने चाहिए। यह बात आज लोजपा(रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद चिराग पासवान ने गोपालगंज और बेतिया में जहरीली शराब काण्ड के पीड़ित परिवार मिलने के बाद बोलते हुए कहा कि शराबबंदी कानून पूर्ण रूप से विफल है। कई जिलों में जहरीली शराब से लगातार लोग मर रहे है।
गोपालगंज और बेतिया में 50 से ज्यादा लोग मर गए। आज तक नीतीश कुमार पीड़ित परिवार को सांत्वना भी देने नही गए सिर्फ समीक्षा के नाम पर घटिया राजनीति कर रहे है। छोटे पदाधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई हो रही है। बड़े जिम्मेवार दोषियों पदाधिकारी को सरकार बचा रही है।
आगे चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के शासक है। एक शासक को पता होना चाहिए कि हमारे राज्य में कहा क्या हो रहा है। सभी गतिविधियों की जानकारी देने के लिए कई खुफिया-तंत्र सरकार के पास है फिर भी मुख्यमंत्री अंजान होने का नाटक कर रहे है। राज्य का बच्चा-बच्चा जनता है कि शराबबंदी के बाद शराब की होम डिलीवरी कैसे हो रहा है। कहा शराब बनता है कहा कैसे बेचा जाता है। किसके संरक्षण में यह सब होता है। फिर मुख्यमंत्री को क्यों पता नही है। यदि पता नही है तो एक क्षण भी मुख्यमंत्री रहने लायक नही है।
आगे श्री चिराग पासवान ने कहा कि जहरीली शराब काण्ड में मृतकों के परिजनों से मिलने के बाद दिल दहल गया। मृतकों के आश्रितों को 25-25 लाख रुo मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुए श्री पासवान ने कहा कि एक सरकारी साजिश के तहत गरीबों दलितों को जहरीली शराब पिलाकर मौत पड़ोसा जा रहा है। श्री चिराग पासवान के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, प्रधान महासचिव संजय पासवान, पूर्व विधायक तारकेश्वर प्रसाद सिंह,राम दर्शन साहब उर्फ मुन्ना किन्नर उपस्थित थे।उक्त आशय की जानकारी युवा लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान ने दी।