बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में पहले दो प्रतिशत लोगों के घर तक ही नल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध था, जबकि आज 95 प्रतिशत से अधिक घरों में ‘हर घर नल का जल’ योजना से शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है।उन्होंने इसके रख रखाव को जरूरी बताते हुए कहा कि उचित रखरखाव के बाद ही इसका लाभ हर समय मिलता रहेगा।
मुख्यमंत्री सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ‘हर घर नल का जल’ योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि इस योजना का रखरखाव काफी जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में लोगों की शिकायaतों का तीन विभागों द्वारा समाधान किया जाना चाहिए, साथ ही विभाग की स्वत: संज्ञान लेते हुए इसको निगरानी करते रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, पहले राज्य में दो प्रतिशत लोगों के घर तक ही नल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध था, जबकि आज 95 प्रतिशत से अधिक घरों में ‘हर घर नल का जल’ योजना के तहत शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जा चुका है। लोगों को स्वच्छ पेयजल हमेशा उपलब्ध रहे इसके लिए उचित रखरखाव भी जरूरी है।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हर हाल में रखरखाव की व्यवस्था बनाए रखें। रखरखाव ठीक ढंग से हो तब योजना का लाभ लोगों को हमेशा मिलता रहेगा और शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रखरखाव के लिए बेहतर व्यवस्था की जाए और लगातार निगरानी रखी जाए। उन्होंने विभागों के अधिकारियों को कहा कि कहीं भी पाईप लाइन खुला न रहे, जिससे पानी की बर्बादी ना हो। इससे पर्यावरण को भी नुकसान है।मुख्यमंत्री ने शेष बचे हुए कार्यों को तेजी से पूरा करने का निर्देश पंचायती राज विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग तथा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों को दिया।इस बैठक में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, मंत्री रामप्रीत पासवान, सम्राट चौधरी सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।