बिहार में लगातार शराब को लेकर विवाद चल रहा है, सरकार एक दूसरे पर आरोप लगाती नजर आ रही है। सत्ताधारी जदयू के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने मंगलवार को कहा कि राज्य में शराबबंदी के कारण पत्रकार सहित बहुत से लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हैं।लखीसराय जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए ललन ने कहा, ‘‘महिलाओं की मांग पर मुख्यमंत्री ने बिहार में शराबबंदी को लागू किया । मीडिया सहित बहुत से लोग मुख्यमंत्री के खिलाफ इसलिए हैं कि उन्हें शराब पीने को नहीं मिल रही है...।’’
भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा...
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि भाजपा के साथ संबंधों ने पहले जदयू को मंहगाई जैसे मुद्दों पर बोलने से रोका ।उन्होंने कहा, ‘‘हम देख सकते हैं कि उज्ज्वला योजना क्या बुरा हाल हुआ। मुफ्त एलपीजी कनेक्शन व्यर्थ है जब आपको हर रिफिल पर 1100 रुपये का भुगतान करना पड़ता है। लेकिन हमारे मुंह बंद कर दिए गए थे।’’इस पर राज्य भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, ‘‘जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह बताएं की मीडिया पर आरोप के उनके क्या आधार हैं। क्या अब तक वे जदयू की खबरें शराब बांट कर छपवाते थे।
शराब माफिया के संपर्की या संरक्षक
जदयू के जिन नेताओं की खबरें छपती है क्या वे शराब बाटते हैं। बताएं कि जदयू के कितने नेता शराब पीते हैं, शराब बांटते हैं और शराब माफिया के संपर्की या संरक्षक हैं।’’आनंद ने कहा कि बिहार भाजपा ललन सिंह के मीडिया को बदनाम करने वाले, अपमानित करने वाले बयान की घोर निंदा करती है।