पटना : केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राम कृपाल यादव ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के DG राजीव रंजन मिश्रा द्वारा लिखे पत्र के हवाले से बताया कि भारत सरकार ने नमामि गंगे परियोजना के तहत मनेर में 41.36 करोड़ की लागत से 6.5 एमएलडी क्षमता वाली सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण की मंजूरी दे दी है। इसमे मनेर शहर के नालियों का इंटरसेप्शन और डाइवर्जन का भी प्रावधान किया गया है। बुडको को इसका टेंडर निकालकर योजना का कार्यान्वयन करना है।
श्री यादव ने बताया कि दानापुर शहर के लिए लगभग 100 करोड़ की लागत से 25 एमएलडी क्षमता वाला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का डीपीआर का परीक्षण का कार्य पूरा हो चुका है। संभावना है कि अगले हफ्ते राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के कार्यकारिणी की बैठक में मंजूरी मिल जाएगी। उसके बाद फुलवारीशरीफ और खगौल में भी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे। पटना के बेउर में नमामि गंगे परियोजना के तहत एसटीपी और नाला का कार्य चल रहा है।
श्री यादव ने कहा कि पटना के फैलाव दानापुर के इलाके में बहुत तेजी से हो रहा है। काफी नई आबादी बस रही है। वर्तमान में प्रदूषित पानी गंगा नदी में जा रहा है, जिसके कारण प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है। मनेर और दानापुर में एसटीपी के निर्माण से गंगा नदी को होने वाली प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी।
पिछले दिनों केन्द्रीय राज्य मंत्री ने केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा सरंक्षण मंत्रालय के मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर योजनाओं की स्वीकृति का अनुरोध किया था। पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र की जनता की तरफ से श्री यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को योजनाओं की स्वीकृति के लिए बधाई दिया है। केन्द्रीय राज्य मंत्री ने बुडको के एमडी से दूरभाष पर बात कर मनेर एसटीपी निर्माण परियोजना का टेंडर जल्द से जल्द निकालने का आग्रह किया है।