पटना ,(पंजाब केसरी) :बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह द्वारा धार्मिक ग्रंथ रामचरित्र मानस पर दिए गए अपमानजनक टिप्पणी को लोजपा रामविलास ने बेहद निंदनीय बताया है। लोजपा रामविलास के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस असंवेदनशील टिप्पणी से बिहार की पूरे देश में जग हंसाई हो रही है। शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर के रामचरित्र मानस वाले बयान पर श्री भट्ट ने कहा कि प्रदेश की सरकार के मंत्री इस तरह का गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं जिससे समाज में अस्थिरता कायम होने का खतरा है ऐसे बयानों से सामाजिक समरसता भंग हो सकता है बावजूद मुख्यमंत्री द्वारा उन पर कोई भी कार्रवाई ना किया जाना बेहद अफसोसजनक है श्री भट्ट ने कहा कि अगर शिक्षा मंत्री सही मायने में मानते हैं कि रामचरित मानस नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है, तो वे उसे बैन करके दिखाएं। महज सस्ती लोकप्रियता के लिए उन्हें ऐसी घटिया बयानबाजी से परहेज करना चाहिए। श्री भट्ट ने चंद्रशेखर सिंह के बयान पर अपने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि एक शिक्षामंत्री की समाज के प्रति बेहद अहम जिम्मेदारी होती है कि वह प्रदेश मे सामाजिक समरसता सद्भाव और एकजुट कायम करने मैं सहयोगी भूमिका अदा करें छात्रों में एकता की भावना का प्रसार करें वही अगर प्रदेश का शिक्षा मंत्री ही बटवारे की राजनीति करने लगे तो प्रदेश को क्या दिशा मिलेगा यह विचारणीय है। श्री भट्ट ने कहा कि शिक्षा मंत्री भी कहीं ना कहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री का अनुकरण कर रहे हैं जिन्होंने हमेशा समाज के बटवारे की राजनीति कर के ही सत्ता हासिल की है। रामचरित मानस पर शिक्षामंत्री की बेतुकी टिप्पणी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी को आड़े हाथों लेते हुए श्री भट्ट ने कहा कि यह बयान मुख्यमंत्री के शह पर दिया गया है। श्री भट्ट ने प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री जी से सवाल किया है कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले वाले शिक्षा मंत्री पर मुख्यमंत्री जी आखिर क्यों चुप्पी साधे हुए हैं, उन्होंने अब तक शिक्षामंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया?