पटना : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और स्वामी रामदेव के बीच हालिया हुए विवाद पर बिहार प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि देश मे जब कोरोना त्रासदी के बीच सभी डॉक्टर अपनी निर्बाध सेवाएं दे रहें हैं, वैसे समय में चिकित्सकों के खिलाफ लगातार जहर उगलने वाले बाबा रामदेव को किसका आश्रय मिला हुआ हैं?
उन्होंने कहा कि देश के चिकित्सकों का सबसे बड़ा संगठन आईएमए बाबा रामदेव की हरकतों से अजीज होकर उनके खिलाफ शिकायतें करता है बावजूद इसके केंद्र की सरकार का एक भी नुमाइंदा इस मुद्दें पर सरकार की स्थिति स्पष्ट नहीं करता है। उल्टे बाबा रामदेव के साथ केंद्र सरकार के मंत्री खड़े नजर आते हैं। आखिर बाबा रामदेव और केंद्र सरकार के बीच वैसी कौन-सी संधि हुई है जो उनके बार-बार चिकित्सकों के ऊपर ओछी टिप्पणी के बावजूद उनपर कार्रवाई नहीं होने देती है?
बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि केंद्र को ये स्पष्ट करना चाहिए कि वो इस विवाद में आईएमए के साथ है या बाबा रामदेव के साथ? स्वामी रामदेव द्वारा सार्वजनिक तौर पर बार-बार एलोपैथिक चिकित्सकों के मौत पर प्रहसन करना, सीधा सीधा देशद्रोही गतिविधि है। केंद्र सरकार द्वारा उनके इस हरकतों के बावजूद उनपर कार्रवाई नहीं करना, केंद्र की सरकार के मंशा पर भी शक पैदा करता है और निर्बाध सेवाएं देने वाले हमारे चिकित्सकों के शहीद हुए साथियों के प्रति नजरअंदाज रवैय्या प्रदर्शित करता है।